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खाद की किल्लत, अन्नदाता की फजीहत: टोकन व्यवस्था भी नहीं आई काम, किसानों ने किया चक्काजाम - ETV bharat News

सागर जिले में खाद की कमी (Shortage of Fertilizer) को लेकर किसानों ने सागर कानपुर हाईवे और बीना आगासोद मार्ग पर चक्काजाम (Chakkajam on Sagar Kanpur Highway and Bina Agasod Marg) कर दिया. किसानों का कहना है कि प्रशासन द्वारा लागू की गई टोकन व्यवस्था में भी किसानों को खाद नहीं मिल रहा है. खाद मिल भी रहा है, तो वो रबी की फसल के लिए पर्याप्त नहीं है.

Farmers protest for fertilizer
खाद के लिए किसानों का विरोध प्रदर्शन

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Published : Oct 26, 2021, 3:40 PM IST

सागर।एक तरफ सागर जिला प्रशासन किसी भी तरह की खाद की कमी ना होने का दावा कर रहा है और दूसरी तरफ खाद की किल्लत को लेकर किसानों के प्रदर्शन का सिलसिला लगातार जारी है. मंगलवार को किसानों ने खाद की किल्लत के चलते सागर कानपुर हाईवे और बीना आगासोद मार्ग को जाम कर दिया. किसानों का कहना है कि प्रशासन ने खाद के लिए व्यवस्था तो की है लेकिन इसके बाद भी पर्याप्त खाद नहीं मिल रही है. एक किसान को सिर्फ तीन बोरी खाद दी जा रही है, जो कि रबी की फसल की बुवाई के लिए पर्याप्त नहीं है.

खाद के लिए किसानों का विरोध प्रदर्शन

प्रशासन ने किसानों के लिए की टोकन व्यवस्था

रबी की फसल की बुवाई के लिए किसान खाद के लिए दर-दर भटकने के लिए मजबूर है. खाद की किल्लत को लेकर विरोध प्रदर्शनों और चक्काजाम का सिलसिला लगातार जारी है. परेशान किसानों ने मंगलवार को सागर कानपुर हाईवे पर बंडा में चक्काजाम कर दिया. इस चक्काजाम में भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी. किसानों का कहना है कि प्रशासन खाद के लिए टोकन की व्यवस्था की गई है. टोकन मिलने के बाद भी खाद के लिए भटकना पड़ रहा है.

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वहीं किसान इस बात से भी नाराज हैं कि एक टोकन पर सिर्फ तीन बोरी खाद दिया जा रहा है, जो फसल की बुवाई के हिसाब से पर्याप्त नहीं है. दूसरी तरफ बीना में खाद की किल्लत से परेशान किसानों ने बीना-आगासोद मार्ग को जाम कर दिया. बीना रिफाइनरी के प्रमुख मार्ग को जाम किए जाने के कारण काफी संख्या में टैंकर जाम में फंस गए हैं.

प्रशासन की टोकन व्यवस्था पूरी तरह हुई फेल

खाद की किल्लत को देखते हुए जिला प्रशासन ने पूरे जिले में टोकन द्वारा खाद वितरण की व्यवस्था लागू की है. इस व्यवस्था के तहत पहले किसानों को टोकन दिया जा रहा है. सोसाइटी में टोकन दिखाने पर एक बोरी डीएपी और 2 बोरी यूरिया खाद दिया जा रहा है. लेकिन हालात ये हैं कि टोकन हासिल करने के बाद भी किसान खाद के लिए दर-दर भटक रहा है. किसानों का कहना है कि 2 दिन से टोकन लिए घूम रहे हैं, फिर भी खाद नहीं मिल रहा है.

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किसान संयम रखें सभी को मिलेगी खाद

जिले की जरूरत के हिसाब से पर्याप्त खाद मुहैया कराई जाएगी. किसान भाई संयम रखें. टोकन व्यवस्था और खाद वितरण व्यवस्था में सहयोग करें. किसानों को किसी तरह से परेशान नहीं होने दिया जाएगा.

- दीपक आर्य, कलेक्टर

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