सागर।सुख समृद्धि और खुशहाली के त्यौहार दीपावली के पूजन का विशेष महत्व है. धन संपदा और वैभव देने वाली महालक्ष्मी के पूजन में कई बातों का विशेष ध्यान रखना होता है. खासतौर पर महालक्ष्मी का पूजन करते समय उनकी प्रतिमा के स्वरूप का भी ध्यान रखना होता है. विद्वान बताते हैं कि लक्ष्मी का स्वभाव चंचल है और लक्ष्मी जी की खड़ी हुई प्रतिमा या चित्र उनके जाने का संकेत देता है, इसलिए विराजी हुई लक्ष्मी मां का पूजन करना चाहिए. लक्ष्मी जी के पूजन के साथ यह बात जरूर ध्यान रखना चाहिए कि उनके पति भगवान विष्णु का पूजन जरूर करें नहीं तो लक्ष्मी जी प्रसन्न नहीं होती हैं. आइए जानते हैं कि दीपावली के अवसर पर लक्ष्मी पूजन में किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
कौन सी मां लक्ष्मी मूर्ति की करें पूजा: कमल पर विराजमान महालक्ष्मी का पूजन जरूरी है. पंडित डॉ. श्याम मनोहर चतुर्वेदी बताते हैं कि लक्ष्मी मां का पूजन खासतौर पर जो कमल पर विराजमान हैं उनका करना चाहिए. यही विधान शास्त्रों में बताया गया है. लक्ष्मी जी की खड़ी प्रतिमा या फिर खड़ी तस्वीर का पूजन कभी नहीं करना चाहिए, क्योंकि खड़ी मूर्ति जाने का संकेत देती है. लक्ष्मी जी धनसंपदा, ऐश्वर्या और अष्ट सिद्धियों से संबंध रखती हैं. जो बैठी हुई मूर्ति होती है उसकी पूजा करने से धन संपदा, ऐश्वर्य और लक्ष्मी स्थायी रहती हैं. अगर हम खड़ी मूर्ति का पूजन करते हैं, तो घर में संपदा और धन संपत्ति स्थाई नहीं रहती है, इसलिए हमेशा कोशिश करना चाहिए कि जब भी हम पूजन करते हैं तो लक्ष्मी मां की मूर्ति कमल के फूल पर विराजमान हो.