जातिगत जनगणना पर दिग्विजय का बयान, शिवराज के मंत्रियों ने बताया मुस्लिम परस्ती का परिचायक
कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह इन दिनों बुंदेलखंड दौरे पर हैं. जहां उन्होंने जातिगत जनगणना पर बयान दिया. दिग्विजय सिंह के इस बयान पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने पलटवार किया है.
दिग्विजय सिंह नरोत्तम मिश्रा और विश्वास सारंग
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Published : Apr 13, 2023, 5:59 PM IST
जातिगत जनगणना पर दिग्विजय का बयान
भोपाल/सागर।जातिगत जनगणना को लेकर पूछे गए सवाल पर दिग्विजय सिंह अपने जवाब में एक बार फिर मुस्लिम परस्ती के आरोपों में घिर गए हैं. दिग्विजय सिंह ने संघ और बीजेपी पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया. जिस पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने पलटवार किया है. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि दिग्विजय सिंह विभाजन की राजनीति कर रहे हैं तो वहीं विश्वास सारंग ने राज्यसभा सांसद के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण और मुस्लिम परस्ती का परिचायक बताया है.
जातिगत जनगणना पर क्या बोले दिग्विजय: दरअसल, दिग्विजय सिंह से सागर में प्रेसवार्ता के दौरान सवाल किया गया था कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए, तो उन्होंने कहा कि मेरा स्टैंड है कि ओबीसी के आधार पर जनगणना होना चाहिए. वहीं उन्होंने कहा कि बीजेपी और संघ झूठा प्रचार करती है कि मुस्लिम जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है. जबकि मैं प्रमाणित कर सकता हूं कि हिंदुओं के मुकाबले मुस्लिमों की जनसंख्या तेजी से गिर रही है.
विश्वास सारंग का जवाब
दुर्भाग्यपूर्ण और मुस्लिम परस्ती का परिचायक:वहीं पूर्व मुख्यमंत्री के बयान पर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि दिग्विजय सिंह से आप और क्या अपेक्षा कर सकते हैं. गलत बयानबाजी करना, झूठे तथ्य प्रस्तुत करना, तुष्टिकरण की राजनीति को आगे बढ़ाना, मुस्लिम परस्ती करना, वैमनस्य फैलाना,समाज को समाज से धर्म से धर्म को लड़ाने की कोशिश करना. मुझे लगता है कि इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण क्या होगा कि कांग्रेस का वरिष्ठ नेता दो बार सूबे का मुख्यमंत्री रहा और सांसद है, वह बिना तथ्य के इस तरह की बातें करता है. जहां एक और यह दुर्भाग्यपूर्ण है, वहीं कांग्रेस और दिग्विजय सिंह की मुस्लिम परस्ती की मानसिकता का परिचायक है. दिग्विजय सिंह जनसंख्या के जानकार हो गए, तो भगवान ही मालिक है.
विभाजन की राजनीति:गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि संघ का और अल्पसंख्यकों का नाम लेना एक अलग बात है. जबकि बात तो यह है कि दिग्विजय सिंह को शांति पसंद नहीं है. पूरे मध्यप्रदेश में शांति है और सारे त्यौहार सभी लोग मिल जुलकर मना रहे हैं. इनको यह अखर रहा है. ये विभाजन की राजनीति करते हैं और इस पवित्र माह में भी जहर फैलाने की लगातार इनकी कोशिश सफल नहीं हो पा रही है. इससे पहले कमलनाथ रोजा इफ्तार की पार्टी में इस तरह का जहर फैला चुके हैं. अब वही काम दिग्विजय सिंह कर रहे हैं. जब फैल जाएगा तो संघ और आरएसएस पर आरोप लगाएंगे. यह स्पष्ट दिख रहा है इन दोनों की राजनीति यही है. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास, सबका प्रयास यह हमारा मूल मंत्र है. जिसको लेकर हम चल रहे हैं. जो जहर फैलाने वाले हैं, जनता अब इनको समझने लगी है.