सागर।जिले के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में शनिवार को अस्पताल में भर्ती 27 ब्लैक फंगस के मरीजों को अम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन लगाए गए थे. लेकिन कुछ देर बाद ही मरीजों में इंजेक्शन की वजह से रिएक्शन दिखने लगा. ज्यादातर मरीजों को उल्टियां होने लगी, किसी को घबराहट, तो किसी को तेज ठंड लगने जैसी शिकायतें सामने आईं. जिसके बाद बीएमसी प्रबंधन ने अन्य मरीजों को इंजेक्शन लगाने से रोक दिया. हालांकि बाद में अस्पताल प्रबंधन ने इस संबंध में जानकारी दी. बताया जा रहा है कि फिलहाल सभी 27 मरीजों की हालत स्थिर है.
इंजेक्शन बदलने के बाद दिखे रिएक्शन
दरअसल बीएमसी में 42 मरीज ब्लैक फंगस के भर्ती हैं. जिनमें से 27 मरीजों को शनिवार को अम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन लगाए गए थे. यह इंजेक्शन सरकारी की तरफ से सप्लाई किए गए थे. इन इंजेक्शन की कीमत करबी 345 रुपए बताई जा रही है. जबकि इससे पहले मरीजों को लिपोसोमल अम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन दिए जा रहे थे, जिसकी कीमत 7000 रुपए तक थी. नए इंजेक्शन लगाए जाने के बाद मरीजों में इसका रिएक्शन देखा गया. घबराहट, ठंड लगना और उल्टियां जैसे लक्षण सामने आने लगे. जिसके बाद आनन-फानन में अन्य मरीजों को इंजेक्शन देने से रोका गया.
ब्लैक फंगस के 27 मरीजों की हालत स्थिर एम्फोटेरेसिन-बी नुकसान दायक तो नहीं, 50 मरीजों को हुआ रिएक्शन
बाद में उच्च अधिकारियों को मामले की सूचना दी गई. रविवार को दिनभर मरीजों को सीनियर डॉक्टरों की टीम ने ऑब्जर्वेशन में रखा. इसके बाद रविवार रात सभी मरीजों की हालत स्थिर होने के बाद बीएमसी प्रबंधन द्वारा जानकारी साझा की गई. वहीं मरीजों को दिए जाने वाले सस्ते इंजेक्शन को पूरी तरह रोक दिया गया है. वहीं सरकार द्वारा पूर्व में भेजे जा रहे इंजेक्शन मंगवाए गए हैं.