सागर। कोरोना की दूसरी लहर जब मध्यप्रदेश में हाहाकार मचा रही थी और पूरे प्रदेश में ऑक्सीजन के अभाव में मरीज दम तोड़ रहे थे, तब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीना स्थित आगासौद रिफाइनरी के चक्क में रिफाइनरी की ऑक्सीजन पर आधारित 1000 बेड के कोविड केयर अस्पताल का ऐलान किया था. उन्होंने दावा किया था कि पांच मई तक अस्पताल तैयार कर लिया जाएगा. कोरोना असर कम होने के बाद एक महीने में एक हजार की जगह सिर्फ 200 बेड ही तैयार हुए हैं.
विपक्ष ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
शासन और प्रशासन द्वारा कोविड केयर सेंटर में तमाम तरह की सुविधाओं का दावा किया जा रहा है, लेकिन जिस तरह से ही मीडिया को अस्पताल के लोकार्पण कार्यक्रम से दूर रखा गया है. उसको लेकर 200 बेड के अस्पताल की सुविधाओं पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. विपक्ष जहां इसे भ्रष्टाचार बता रहा है और औचित्य पर सवाल खड़े कर रहा है. वहीं मुख्यमंत्री का कहना है कि दूसरी लहर में जो स्थितियां बनी थीं, उसको देखते हुए हम हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठ सकते हैं. अगर तीसरी लहर आ गई, तो ऑक्सीजन आधारित यह अस्पताल मददगार साबित होगा.
200 बेडों पर होगी ऑक्सीजन की पाइपलाइन
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शनिवार को सागर जिले के बीना में अस्थायी कोविड केयर अस्पताल और आक्सीजन बॉटलिंग और रिफलिंग प्लांट का शुभारंभ किया. इस मौके पर वेक्सीनेशन सेंटर की शरुआत भी की गई. जिला कलेक्टर दीपक सिंह का कहना है कि इस अस्पताल में 200 बेडों पर ऑक्सीजन की पाइप लाइन होगी. यहां तमाम तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. मेडिकल स्टाफ, डॉक्टर, ओपीडी, पैथोलॉजी लैब, एक्स-रे मशीन, कोविड सैंपलिंग और कोविड वैक्सीनेशन की भी व्यवस्था होगी. इसके अलावा बॉटलिंग और रिफिलिंग प्लांट की शुरुआत की गई है.
1000 में से सिर्फ 200 बेड का अस्पताल ही हुआ तैयार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के प्रयासों से शनिवार को बीना में रिफाइनरी की ऑक्सीजन पर आधारित कोविड केयर अस्पताल की शुरुआत हो चुकी है. इसमें 200 बिस्तर हैं, पहले हमारी 1000 बेड की तैयारी थी, लेकिन जैसे देखा कि कोविड का प्रकोप कम हुआ है, तो हमने अभी 200 बेड का अस्पताल बनाया है. जरूरत पड़ेगी तो उसकी संख्या बढ़ाई जाएगी.