मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड में एयरपोर्ट की मांग करने वालों को बड़ा झटका, विधानसभा में चर्चा काम ना आई - MP Government statement on aviation growth
एमपी के सागर में एयरपोर्ट की संभावनाओं पर फिलहाल विराम लग गया है. लंबे समय से मांग हो रही थी कि सागर एक बड़ा शहर है, साथ ही कई साइंटिफिक ऑर्गेनाइजेशन्स का हब भी. यही नहीं सेना की सबसे बड़ी छावनी से लेकर भारत-ओमान बीना रिफाइनरी और प्रदेश का इकलौता सेंट्रल यूनिवर्सिटी भी यहीं है. लिहाजा यहां एक एयरपोर्ट जरुरी है. इस रिपोर्ट में जानें कि इन दलीलों को देने वालों को क्यों तगड़ा झटका सरकार से लगा है.
बुंदेलखंड एयरपोर्ट की मांग
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Published : Mar 15, 2023, 5:29 PM IST
सागर।बुंदेलखंड के एकमात्र संभागीय मुख्यालय सागर में एयरपोर्ट की संभावनाओं पर फिलहाल विराम लग गया है. सागर की ढाना स्थित एयर स्ट्रिप को एयरपोर्ट के रूप में विस्तारित करने के लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सर्वे कराया था और संभावनाओं पर विचार किया गया था. लेकिन हाल ही में विधानसभा सत्र में स्थानीय विधायक शैलेंद्र जैन द्वारा उठाए गए एयरपोर्ट के मुद्दे को लेकर विमानन विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जवाब दिया है कि कार्यवाही प्रचलन में है,लेकिन समय सीमा तय नहीं है. फिलहाल सागर की ढाना हवाई पट्टी पर एक निजी कंपनी का एविएशन सेंटर संचालित है जिसमें पायलट ट्रेनिंग दी जाती है. चुनावी साल में एयरपोर्ट की संभावनाओं पर विमानन विभाग से मिले जबाव से सागर में निराशा का माहौल है.
सागर एयरस्ट्रिप पर ट्रेनी विमान
सागर में क्यों उठ रही है एयरपोर्ट की मांग:सागर बुंदेलखंड का एकमात्र संभागीय मुख्यालय है यहां सेना की बड़ी छावनी और एनसीओ अकादमी स्थित है. जवाहरलाल नेहरू पुलिस अकादमी के अलावा यहां पर स्टेट फॉरेंसिक लैब है और मध्य प्रदेश का एकलौता केंद्रीय विश्वविद्यालय डॉ हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय भी स्थित है. इन स्थानों पर विशेषज्ञों का आना जाना रहता है और सीधी हवाई कनेक्टिविटी ना होने के कारण लोगों को भोपाल या जबलपुर से सागर तरफ सड़क या रेल मार्ग से सफर करना होता है. इसके अलावा सागर के लोग इलाज, व्यावसाय और उच्च शिक्षा को लेकर पुणे, हैदराबाद, दिल्ली, मुंबई और नागपुर जैसे बड़े शहरों से जुड़ना चाहते हैं.
ढाना एयरस्ट्रिप के विस्तार के लिए क्या है जरूरी:फिलहाल सागर में सागर-रहली मार्ग पर ढाना में एयर स्ट्रिप स्थित है. एयर स्ट्रिप की देखरेख पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा की जाती है ढाना एयर स्ट्रिप पर एक निजी कंपनी का एविएशन स्कूल संचालित हो रहा है, जिसमें पायलट ट्रेनिंग दी जाती है. ढाना एयरस्ट्रिप को एयरपोर्ट में विस्तार करने के लिए रनवे की लंबाई बढ़ाए जाने की जरूरत है. फिलहाल रनवे की लंबाई 969 मीटर है और एयरपोर्ट संचालन के लिए कम से कम डेढ़ किलोमीटर के रनवे की जरूरत होती है. रहली विधानसभा के अंतर्गत आने वाली ढाना एयरस्ट्रिप के विस्तार के लिए मंत्री गोपाल भार्गव द्वारा केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से बातचीत की गई थी. बातचीत के बाद एविएशन डिपार्टमेंट ने एक सर्वे की टीम को सागर भेजा था. सर्वे टीम ने व्यवसायिक दृष्टि और तमाम पहलुओं के आधार पर सर्वे किया था और केंद्रीय सरकार को रिपोर्ट सौंपी थी.
सागर एयरपोर्ट पर विधानसभा में सवाल
मध्य प्रदेश के विमानन विभाग ने नहीं बताई समय सीमा:विधानसभा के मौजूदा बजट सत्र में सागर के विधायक शैलेंद्र जैन द्वारा सवाल पूंछा गया था कि बुंदेलखंड अंचल के संभागीय मुख्यालय सागर की ढाना हवाई पट्टी काफी पुरानी हो गई है. व्यवहारिक दृष्टि से इसे एयरपोर्ट के रूप में विकसित किए जाने की योजना क्या सरकार के समक्ष विचाराधीन है. यदि है, तो इसमें कौन-कौन से घटक शामिल किए गए हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा था कि यदि नहीं है, तो क्या शासन बुंदेलखंड अंचल के सर्वाधिक महत्वपूर्ण शहर और संभागीय मुख्यालय सागर स्थित ढाना हवाई पट्टी के उन्नयन कराए जाने हेतु कोई योजना बनाएगा और अगर बनाएगा, तो कब तक बनाएगा? इस मामले में विमानन विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने जवाब दिया है कि शासन के समक्ष योजना विचाराधीन हैं और कार्यवाही प्रचलन में हैं, लेकिन समय सीमा कोई निर्धारित नहीं है.