सागर। विधानसभा चुनाव में बुंदेलखंड में भाजपा ने अब तक का शानदार प्रदर्शन किया है. 26 में से 21 सीटों पर जीत हासिल की है. जिन पांच सीटों पर बीजेपी हारी है, उनमें से कई सीटों पर अपनों की वजह से हारी है. ये आरोप भाजपा के पराजित प्रत्याशियों ने लगाया है. एक तरफ भाजपा विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल कर सरकार बनाने की कवायद में जुटी है, तो दूसरी तरफ भाजपा में हारे हुए प्रत्याशी संगठन पर ठीकरा फोड़ रहे हैं. सागर जिले की एकमात्र हारी हुई विधानसभा सीट बीना के भाजपा प्रत्याशी व पूर्व विधायक महेश राय ने भाजपा जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया और स्थानीय संगठन को हार का जिम्मेदार बताया है.
वहीं टीकमगढ़ जिला मुख्यालय की विधानसभा सीट से हारे पूर्व विधायक राकेश गिरी ने पार्टी पदाधिकारियों की भीतरघात अपनी ही पार्टी पर लगाया है. गौरतलब है कि सागर जिला अध्यक्ष जहां बीना के रहने वाले हैं. वहीं टीकमगढ़ सीट पर भाजपा के पूर्व विधायक केके श्रीवास्तव बगावत कर निर्दलीय चुनाव मैदान में कूंदे थे.
जिलाध्यक्ष ने हरवाया गृहनगर: सागर जिले की 8 विधानसभा में से 7 विधानसभा पर बीजेपी ने जीत हासिल की है, लेकिन इकलौती हारी हुई बीना विधानसभा के प्रत्याशी ने हार का ठीकरा जिलाध्यक्ष पर फोड़ा है. हार के लिए जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया और स्थानीय संगठन को जिम्मेदार ठहराया है. बीना सागर जिलाध्यक्ष का गृहनगर है. पूर्व विधायक महेश राय ने कहा कि 'जिलाध्यक्ष ने सुनियोजित तरीके से संगठन में मेरे विरोधी लोगों को बैठाकर मुझे हरवा दिया. जान बूझकर बीना में स्टार प्रचारकों की सभा नहीं होने दी. पहले तो टिकट ना मिल पाए, इसके प्रयास किए और टिकट मिलने के बाद बीना शहर में मुझे हरवाने का काम किया.