सागर।प्रदेश की शिवराज सरकार और सत्ताधारी दल भाजपा इन दिनों दलितों को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. खासकर नगरीय निकाय चुनाव को देखते हुए सरकार के मुखिया शिवराज सिंह और प्रदेश भाजपा संगठन के मुखिया वीडी शर्मा जहां भी जा रहे हैं, दलितों के यहां भोजन कर रहे हैं. माना जा रहा है कि दलितों में कमजोर होती पकड़ के लिए बीजेपी समरसता भोज के जरिए जनाधार बढ़ा रही है. विपक्ष का कहना है कि दलितों के यहां दिखावे का भोजन करने से अच्छा है दलित और वंचित वर्ग के उत्थान के लिए प्रयास करें.
दलित जनाधार मजबूत करने की कोशिश
परंपरागत रूप से दलित वोट बैंक कांग्रेस या फिर बसपा का माना जाता है. मध्यप्रदेश के कई इलाकों में दलित वोटर की संख्या निर्णायक स्थिति में है. पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में 34 अनुसूचित जाति वर्ग की विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 18 सीटों पर जीत हासिल की थी. हाल ही में उपचुनाव में बसपा से परदे के पीछे गठबंधन कर बीजेपी कांग्रेस से मुकाबला कर पाई थी. ऐसे में बीजेपी दलितों में जनाधार बढ़ाने के लिए भोज समरसता को बढ़ावा दे रही है.
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