सागर।सागर जिले की रेहली विकासखंड में सूअरों में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद पशु चिकित्सा विभाग का दल रेहली पहुंचा था (MP Swine Flu). रेहली में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि के बाद शुक्रवार को एक किलोमीटर के दायरे में सूअरों को दया मृत्यु दी जाएगी और सूअर पालकों को मुआवजा दिया जाएगा. दरअसल पिछले 2 हफ्तों में रेहली में 200 से अधिक सूअरों की मौत का मामला सामने आया है. बड़े पैमाने पर सूअरों की मौत के बाद पिछले गुरुवार को रेहली में सुअरों के सैंपल लिए गए थे. जिसमें अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद फिर पशु चिकित्सा विभाग का एक दल रेहली पहुंचा.
सूअरों को दी जाएगी दया मृत्यु पशु: पशु चिकित्सा विभाग सागर के उपसंचालक वीके पटेल ने बताया कि''मैंने और रहली विकासखंड के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज सिंह और विभाग के अमले के साथ सुअरों के रहवासी क्षेत्रों का जायजा लिया है और सूअर पालकों से चर्चा की है. शुक्रवार को पशु चिकित्सा विभाग, नगरपालिका रेहली और पुलिस के सहयोग से कलेक्टर की अनुमति के बाद दया मृत्यु दी जाएगी''. डॉ. वीके पटेल ने बताया कि''सुअरों को दया मृत्यु एक विशेष विधि द्वारा मानवीय तरीके से दी जाती है. जिन सूअर पालकों के सूअरों को दया मृत्यु दी जाएगी, उन्हें सुअरों के वजन के मान के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा. एक किलोमीटर के दायरे में सूअरों को दया मृत्यु के बाद अन्य इलाकों में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू का सर्वे किया जाएगा''.
बुंदेलखंड के 3 जिलों में तेजी से फैला स्वाइन फ्लू का संक्रमण:बुंदेलखंड के संभागीय मुख्यालय सागर में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू तेजी से फैल रहा है. इसके अलावा बुंदेलखंड के 2 जिले टीकमगढ़ और दमोह में भी अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है. करीब 1 महीने पहले सबसे पहले टीकमगढ़ जिले में सूअरों में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी. टीकमगढ़ जिले के दो गांवों में कई दर्जन सूअरों के मरने का मामला सामने आया था. इसके बाद सागर संभाग के दमोह जिले में जबेरा विकासखंड के बनवार में सैकड़ों की संख्या में सूअर,भेड़ और बकरियों की मौत का मामला सामने आया था. टीकमगढ़ और दमोह के बाद सागर संभागीय मुख्यालय में भी अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से सूअरों की मौत का मामला सामने आया था. सागर शहर के पॉश इलाके सिविल लाइन और गुरु गोविंद सिंह वार्ड में दिसंबर माह के आखिरी सप्ताह में 50 से अधिक सूअर मृत पाए गए थे.