सागर।बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर की लापरवाही के चलते एक युवक की मौत हो गई. मेडिकल कॉलेज में एक एक्सीडेंटल केस के मामले में एक युवक भर्ती हुआ था, जिसकी मौत के बाद भी डॉक्टर्स द्वारा खून चढ़ाए जाने के लिए परिजनों से खून की मांग की जाती रही.
शाहपुर गांव में बाइक और ट्रैक्टर की भिड़ंत के बाद घायल युवक को सागर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई, लेकिन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों द्वारा मृतक की मां से घायल युवक को ब्लड चढ़ाने की बात कही गई और उन्हें ब्लड का इंतजाम करने के लिए बोला गया.
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में लापरवाही के चलते युवक की मौत प्रत्यक्षदर्शाी नरेंद्र अहिरवार ने बताया कि वहां अन्य मरीज को देखने के लिए पहुंचे कुछ लोगों ने जब बगल के बेड पर घायल युवक और उसकी रोती हुई मां को देखा तो उन्होंने पूछताछ की. इस दौरान शक होने पर पास में खड़े युवकों ने घायल की नर्व्स और सांसें देखी तो युवक सांस नहीं ले रहा था और उसकी मौत हो चुकी थी. जबकि डॉक्टरों ने उसे जिंदा बताते हुए लगातार ब्लड की डिमांड भी कर रहे थे.
प्रत्यक्षदर्शाी नरेंद्र अहिरवार ने आरोप लगाया है कि घायल युवक की मौत के एक घंटे बाद भी डॉक्टर ने उसके मरने की जानकारी उसके परिजन को नहीं दी. प्रत्यक्षदर्शियों के हंगामे के बाद वहां से ड्यूटी डॉक्टर भाग खड़े हुए. बता दें अभी इस मामले में अभी तक मेडिकल कॉलेज की तरफ से किसी का बयान सामने नहीं आया है.