सागर। स्मार्ट फोन का बढ़ता कल्चर खतरनाक होता जा रहा है, इसके चलन के बाद से हर कोई फोन में ही खोया रहता है, रिश्ते-नाते सब जैसे पराये लगते हैं और इस समय फोन से ज्यादा इंसान किसी दूसरी चीज की चिंता-हिफाजत नहीं कर पाता है, नींद में पहुंचने से लेकर आंख खुलने तक सबसे पहले मोबाइल ही याद आता है. ऐसा ही एक मामला सागर के सुरखी थाना क्षेत्र के ढाना गांव में आया है, जहां वीडियो गेम खेलने से रोकने पर चौथी कक्षा में पढ़ने वाले मासूम ने खुदखुशी कर ली.
वीडियो गेम खेलने से रोकने पर चौथी के छात्र ने की खुदकुशी
स्मार्ट फोन के फायदे हैं तो नुकसान भी कम नहीं है. स्मार्ट फोन का बढ़ता चलन समय बर्बादी के साथ साथ जानलेवा भी साबित हो रहा है. खासकर गेम की लत बच्चों को बुरी तरह बिगाड़ रही है.
बताया जा रहा है कि मासूम को फ्री फायर गेम की लत लग चुकी थी, इसी आदत को छुड़वाने के लिए पिता ने तीन दिन पहले बच्चे से मोबाइल वापस ले लिया था. मोबाइल छिने जाने के बाद से वह गुमसुम रहने लगा और फिर बीते दिन उसने तौलिये से फांसी लगाकर जान दे दी. परिजनों ने इस गेम पर रोक लगाने की मांग की है, ताकि अन्य मासूमों की जिंदगी को बचाया जा सके.
पुलिस अधिकारी का कहना है कि बच्चे को फ्री फायर गेम खेलने की आदत थी, गेम खेलने से परिजनों ने मना किया था. जिसके बाद गुस्साए बच्चे ने घर में गेम खेलने के लिए विवाद किया, परंतु परिजनों ने उसकी एक न सुनी, जिसके बाद सं:भवत बच्चे ने आत्महत्या कर ली. एएसपी विक्रम सिंह ने इस घटना के बाद सभी से आग्रह किया है कि कम उम्र के बच्चों को इस तरह के वीडियो गेम की लत न लगने दें, अभिवावक यदि अपने बच्चों को मोबाइल देते हैं तो उन पर निगरानी जरूर रखें.