रीवा। कलेक्ट्रेट कार्यालय से कुछ अजीबो गरीब तस्वीर सामने आई है, जहां घंटों तक एक परिवार कार्यालय परिसर के मुख्य द्वार पर लेटा रहा, जिसके बाद तहसीलदार ने खुद पहुंचकर परिवार की मदद की. हालांकि परिवार को न्याय नहीं मिल सका.
महिला के साथ दुष्कर्म, कलेक्ट्रेट के मेन गेट पर घंटों लेटा रहा पीड़ित परिवार
रीवा जिले में पुलिस द्वारा दुष्कर्म केस में पीड़ित परिवार को परेशान करने की कोशिश की जा रही है, जहां उनके खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कर जेल में बंद कर दिया गया था. इसी वजह से न्याय की गुहार लगाने के लिए पूरा परिवार कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर घंटों तक लेटा रहा.
दरअसल, पुलिस द्वारा अपराध नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत कलेक्ट्रेट कार्यालय से न्याय की गुहार लगाने पहुंचा पीड़ित परिवार घंटों तक लेटा रहा. बावजूद इसके पुलिस अमले ने सांठगांठ करते हुए पीड़ित परिवार के ऊपर ही एट्रोसिटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कर दिया है. उन्हें गिरफ्तार कर जेल में बंद कर दिया है.
यह पूरा मामला मऊगंज थाना क्षेत्र का है, जहां महिला से दुष्कर्म के मामले में एफआईआर दर्ज कराने को लेकर पिछले 2 दिनों से परिवार भटक रहा है. महिला थाना प्रभारी ने दबंगई दिखाते हुए परिवार के साथ अभद्रता कर दी, जिसके बाद नाराज परिजनों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर अपना विरोध जाहिर किया. इस दौरान परिवार घंटों तक कलेक्ट्रेट कार्यालय के मुख्य द्वार पर लेटा रहा.
दुष्कर्म के मामले में आरोपी पक्ष द्वारा थाने पहुंचकर पीड़ित परिवार के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया गया, जब पीड़ित महिला न्याय की गुहार लगाने के लिए थाने पहुंची, तो पुलिस ने उसे ही आरोपी बना दिया. उसके साथ अभद्रता की गई, जिससे परेशान होकर महिला ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर शिकायत कर उचित कार्रवाई की मांग की. हालांकि पीड़ित परिवार को यहां से भी खाली हाथ लौटना पड़ा.