रीवा। जिले के मऊगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत सोशल मीडिया पर स्कूली बच्चे के साथ मारपीट करने का एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें मामले को मेडिकल नशे से जोड़ कर दिखाया गया. जब यह पूरा मामला सुर्खियों में आया तो डीजीपी ने रीवा पुलिस को मामले पर सख्ती से कार्रवाई करने के आदेश दिये गए. वहीं रीवा पुलिस ने आनन-फानन में पत्रकार वार्ता बुलाकर मनगढ़ंत कहानी तैयार करते हुए खुद से मामले से किनारा काट लिया. पुलिस वीडियो को पुराना बताते हुए मामले को रफा-दफा करने का प्रयास में जुटी हुई है.
बच्चों को नशे में धकलने की कोशिश
जनाकारी के मुताबिक क्षेत्र में सक्रिय एक गिरोह के द्वारा स्कूली बच्चों को जबरन मेडिकल नशे का आदि बनाया जाता है और बाद में उनके साथ मारपीट करते हुए उनका वीडियो बनाया जाता है. इसके साथ ही पैसों की मांग की जाती है और गिरोह के सदस्यों के द्वारा स्कूली बच्चों को वीडियो वायरल करने की धमकी दी जाती है. जिसके कारण बच्चे परेशान रहते हैं और विद्यालय भी नहीं जा पाते.
डीजीपी ने रीवा पुलिस को लगाई फटकार
वीडियो वायरल होने के बाद रीवा पुलिस मीडिया के सामने कुछ भी कहने से बचती रही, लेकिन मामला जब प्रदेश के डीजीपी के पास पहुंचा तो उन्होने संज्ञान लेने के बाद रीवा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को फटकार लगाई गई. जिसके बाद रीवा पुलिस ने अधिकारियों ने देर शाम प्रेस कान्फ्रेंस कर मामले में सफाई दी. वहीं अब रीवा पुलिस मामले में लीपापोती करती दिखाई दे रही हैं.