मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

राज्य अधिवक्ता परिषद ने किया स्पीकर गिरीश गौतम का सम्मान

रीवा में राज्य अधिवक्ता परिषद ने मध्य प्रदेश विधान सभा के स्पीकर गिरीश गौतम का सम्मान किया. वे यहां कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में राज्य अधिवक्ता परिषद मध्यप्रदेश और रीवा जिला अधिवक्ता संघ के कार्यक्रम में शामिल होने आए थे.

State Advocate Council honors Speaker Girish Gautam
राज्य अधिवक्ता परिषद ने किया स्पीकर गिरीश गौतम का सम्मान

By

Published : Mar 28, 2021, 2:20 PM IST

रीवा। कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में राज्य अधिवक्ता परिषद मध्यप्रदेश और जबलपुर, रीवा जिला अधिवक्ता संघ ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के सम्मान में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में अधिवक्ता परिषद एवं जिला अधिवक्ता संघ के सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को स्मृति चिन्ह एवं शाल श्रीफल देकर सम्मानित.

  • राज्य अधिवक्ता परिषद ने किया विधानसभा अध्यक्ष का सम्मान

कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि रीवा जिले में कानून की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाए. जो नवयुवक लॉ की पढ़ाई करके निकले है. वे विषय के विशेषज्ञ बने, इसके लिए जिले में नेशनल लॉ यूनिर्वसिटी खोलने के प्रयास किए जाएंगे. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि लॉ के क्षेत्र में रीवा जिले की गौरवशाली परम्परा रही है. रीवा की धरती से ही श्री गुरूप्रसन्न सिंह उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश बने. यहीं से रामपाल सिंह न्यायाधीश बने.

  • कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए अधिवक्ता: गिरीश गौतम

विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि वैश्विक बीमारी कोरोना महामारी से सबसे अधिक अधिवक्ता प्रभावित हुए, नये अधिवक्ताओं को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ा. उन्होंने कहा कि रीवा जिले में सबसे अधिक लोग जानलेवा कैंसर रोग से पीडि़त होते हैं. यहां के चिकित्सालयों में कैंसर रोग के रिसर्च के लिये कोई सुविधा उपलब्ध नहीं होने से रोगियों को उपचार के लिए प्रदेश से बाहर जाना पड़ता है. इसलिए जल्द ही जिले में कैंसर रिसर्च सेंटर खोलने के प्रयास किए जाएंगे.

स्पीकर गिरीश गौतम ने किए महाकाल के दर्शन

  • भीष्म पितामह की तरह रहूंगा लेकिन नहीं बनूंगा धृतराष्ट्र: विधानसभा अध्यक्ष

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि लोगों में मन का भेद न हो विचार का भेद हो. अलग-अलग जो भी विचारधारा हो वह लोगों के कल्याण के लिए हो. उन्होंने कहा कि लोग अपनी संस्कृति एवं परंपरा को न भूलें तभी सही दिशा मिलेगी. उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के रूप में मैं भीष्म पितामह की तरह रहूंगा लेकिन धृतराष्ट्र नहीं बनूंगा. मेरी आंखे, दिमाग सब कुछ खुला रहेगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details