रीवा।सीधी बस हादसे के 4 दिन बीत जाने के बाद भी लापता लोगों का सुराग नहीं लग पाया है. जिसके कारण लगातार सर्च ऑपरेशन भी जारी है और अब तक यह सर्च ऑपरेशन घटनास्थल से 35 किलोमीटर दूरी तक रीवा के गोविंदगढ़ स्थित सिलपरा नहर के टनल तक पहुंच गया है. जिसमें N.D.R.F और S.D.R.F की टीम सहित दूसरे अन्य प्रदेशों के बलों द्वारा लापता लोगों की तलाश की जा रही है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से सेना के एक टुकड़ी भी सर्च ऑपरेशन के लिए रीवा रवाना कर दी गई है.
टनल में अब भी जिंदगी की तलाश सीधी बस हादसे में अब भी लापता है यात्री
सीधी जिले के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र अंतर्गत पाटन नहर में 2 दिन पूर्व हुए भीषण सड़क हादसे में तकरीबन 51 लोग काल के गाल में समा गए थे. जिसके बाद प्रशासनिक अमला सक्रिय हुआ और अब लगातार जांच की बात करते हुए अन्य लापता लोगों की तलाश कर रहा है. तभी सड़क हादसे के बाद शुरू हुए सर्च ऑपरेशन में प्रशासनिक टीम ने 51 लोगों की डेड बॉडी को नहर से बाहर निकाल लिया. मगर अभी भी 3 से 4 लोग लापता हैं. जिनकी तलाश लगातार प्रशासन के द्वारा की जा रही है. लेकिन 3 दिन बीत जाने के बावजूद अब तक प्रशासनिक अमला लापता लोगों की खोज खबर लेने में नाकामयाब रहा है.
टनल में अब भी जिंदगी की तलाश इसके लिए प्रशासन के द्वारा तकरीबन 35 किलोमीटर के क्षेत्र में नहर के अंदर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है और अब सर्च ऑपरेशन रीवा जिले के गोविन्दगढ स्थित टीकर गांव के सिलपरा नहर की टनल तक पहुंच गया है. जहां पर N.D.R.F और S.D.R.F की टीमों के साथ दूसरे प्रदेशों का बल भी लगाया गया है. लगातार सर्च ऑपरेशन किया जा रहा है तथा नहर के टनल में सर्चिंग की जा रही है. हालांकि अबतक लापता लोगों का कोई सुराग नहीं लग सका.
टनल में अब भी जिंदगी की तलाश 51 मौत: तीन किमी लंबी सुरंग में जिंदगी तलाश रही सेना की टीम
मंगलवार को हुआ था हादसा 51 लोगों के शव हो चुके है बरामद
सीधी जिले में जैसे ही यह भीषण सड़क दुर्घटना हुई तो तुरंत ही प्रशासनिक अमला एक्टिव मोड़ पर पर आ गया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश में कार्य करने लगा. तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं घटना के दूसरे दिन पीड़ित परिवार से मिलने सीधी पहुंचे थे. जहां पर उन्होंने परिजनों को ढाढस बताते हुए सहायता राशि सौंपी और जांच का आश्वासन दिया था. इसके साथ ही दोषी पाए जाने पर कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.
टनल में अब भी जिंदगी की तलाश "N.D.R.F." "S.D.R.F." चला रही सर्च अभियान
सीधी बस हादसे में लापता 3 यात्रियों को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन लगातार किया जा रहा है. इस अभियान में अब सेना की मदद भी ली जा रही है. प्रयागराज उत्तर प्रदेश से सेना के जवानों की एक टुकड़ी भी रीवा के लिए रवाना की जा चुकी है. इसके अतिरिक्त N.D.R.F. व S.D.R.F. की आधा दर्जन टीमें नहर में सर्चिंग कर रही हैं. गुरुवार को छुहिया घाटी में स्थित 4 किलोमीटर लंबी टनल में सर्च ऑपरेशन किया गया. इसके अतिरिक्त करीब 35 किलोमीटर तक नहर में आधा दर्जन टीमें सर्चिंग कर रही हैं. लेकिन अभी तक लापता यात्रियों का कोई सुराग नहीं लग पाया है.
लगातार जारी है 35 किलोमीटर तक सर्चिंग ऑपरेशन गोविंदगढ़ के सिलपरा नहर स्थित टनल में की जा रही सर्चिंग
मौके पर लापता यात्रियों के परिजन भी मौजूद रहे जो अपनों के मिलने की उम्मीद बांधे नहर की तरफ देख रहे थे. रेस्क्यू ऑपरेशन के तीसरे दिन शाम 5:00 बजे तक लापता यात्रियों का कोई पता नहीं चल पाया है. होमगार्ड की डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट मधु राजेश तिवारी का कहना था कि यदि लापता यात्रियों का पता नहीं चलता तो नहर को को चालू करवाया जाएगा ताकि यदि शव कहीं फंसे हो तो वह पानी के बहाव से आगे आ जाएं.
टनल में अब भी जिंदगी की तलाश लगातार जारी है सर्च ऑपरेशन
वहीं सर्चिंग अभियान के दौरान मौके पर मौजूद सीधी बस हादसे में लापता युवक अखिलेष विश्वकर्मा के चाचा द्वारिका विश्वकर्मा ने बताया की उनका भतीजा अखिलेष उनकी भांजी यशोदा विश्वकर्मा को लेकर खुखरीझर सीधी से सतना परीक्षा दिलाने के लिए घर से सुबह 5 बजे निकला था. बस हादसे के बाद किये गए रेस्क्यू अभियान में उनकी भांजी यशोदा विश्वकर्मा का शव तो बरामद कर लिया गया. लेकिन 3 दिन बीत जाने के बाद भी उनके भतीजे का अब तक कोई सुराग नही लग पाया.