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रीवा में कांग्रेस को लग सकता है बड़ा झटका, कांग्रेस के ये सीनियर नेता बगावत करने को तैयार, बोले- नहीं मिला टिकट तो छोड़ेंगे पार्टी

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 1, 2023, 5:34 PM IST

MP Election 2023: एमपी में होने वाले विधानसभा चुनाव काफी नजदीक है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने तैयारी करना शुरू कर दी है. इधर, रीवा में कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है. कांग्रेस के ये नेता जल्द पार्टी छोड़ सकते हैं. ऐसी राजनीतिक गलियारों में हलचल है.

MP Election 2023
रीवा में पार्टी छोड़ सकते हैं कांग्रेस के सीनियर नेता मुजीब खान

रीवा।मध्य प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव काफी नजदीक है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने तैयारी करनी शूरु कर दी है. कांग्रेस, BSP, आम आदमी पार्टी सहित तमाम पार्टियों के कई नेताओं ने टिकट बंटवारे को लेकर अपनी अपनी दावेदारी भी ठोकनी शुरु कर दी है. इस सब के बीच नेताओ के बगावती सुर भी उठने लगे है. इसी बीच रीवा में कांग्रेस को जल्द ही एक और बड़ा झटका लगने वाला है. कांग्रेस के कद्दवार नेता और पूर्व प्रत्याशी डॉ. मुजीब खान ने आज पत्रकार वार्ता करते हुए टिकट की दावदारी की और टिकट न मिलने पर पार्टी छोड़ने के संकेत तक दे डाले.

मुजीब खान ने केन्द्र और राज्य सरकार पर साधा निशाना:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महा सचिव और पूर्व विधानसभा प्रत्यासी रहे डॉ. मुजीब खान ने आज पत्रकारवार्ता अयोजित की वार्ता आयोजित करते हुए मुजीब खान ने केंद्र की मोदी सरकार और मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा. मुजीब खान ने कहा कि पीएम मोदी हो या फिर शिवराज सिंह चौहान दोनों ने जनता के हितों को ध्यान में नहीं रखा. उन्होने केवल अपनी छवि को चमकाया. जी-20 के लिए 990 करोड रुपए का बजट तय किया गया था, लेकिन प्रधान मंत्री मोदी ने 2024 के चुनाव के मद्देनजर अपनी छवि चमकाने के लिए देश का चार हजार एक सौ करोड रुपए फूंक दिए. शिवराज सरकार में 230 घोटाले किए गए और प्रदेश को सवा तीन लाख करोड़ रूपए का कर्जदार बना दिया.

बोले 40 सालो से कांग्रेस पार्टी में सक्रिय:वहीं, कांग्रेस पार्टी से टिकट की दावेदारी करते हुए मुजीब खान नें कहा की वह लगभग 40 सालो से काग्रेस पार्टी में सक्रिय है. बर्ष 2013 के विधान सभा चुनाव में सोनिया गांधी ने उन्हे टिकट दी थी. चुनाव नजदीक आए और उनके प्रचार के लिए सोनिया गांधी रीवा आई. यह पहला अवसर था की आजादी के बाद मुस्लिम समाज के नेता को रीवा विधानसभा सीट से टिकट दिया गया. लेकिन वह चुनाव हार गए. मुजीब खान ने कहा कि टिकट मिलने के बाद पूरी ताकत के साथ उन्होंने चुनाव लड़ा. उस दौरान विंध्य में लगभग 15 सीटे काग्रेस की आई. लेकिन 2018 के चुनाव में पार्टी ने हमारा टिकट काट दिया इसका नतीजा यह हुआ की पकई सीटे चली गई.

कांग्रेस पार्टी और नेताओ पर लगाए सवालिया निशान:कांग्रेस पार्टी पर सवाल खड़े करते हुए मुजीब खान ने कहा कि 2023 के चुनाव मे कांग्रेस के आला कमान नेता जितने भी हारे हुए कैंडिडेट को टिकट दे रहे है. वह दो से तीन बार के चुनाव हारे हुए है. मुजीब खान ने कहा की मुझे दुख इस बात का है कि कांग्रेस कमिटी के नेताओं का कहना है कि वह मुस्लमानों को टिकट नहीं देंगे. इसका वह प्रचार क्यों कर रहें है कि मुस्लिम समाज के लोगो को टिकट नहीं दी जाएगी. जहां-जहां कांग्रेस की सरकारें थी, वहां पर मुस्लिम समाज के लोगों का बड़ा योगदान था. यह बात कहकर मुझे अपमानित किया गया.

डॉक्टरी छोड़कर कांग्रेस के लिए खपाया सारा जीवन:उन्होंने कहा, "डॉक्टर था वह भी छोड़कर अपना सारा जीवन काग्रेस पार्टी के लिऐ खापा दिया. कांग्रेस पार्टी का जो सिस्टम है. वह एक वर्ग विशेष के हाथों में सौंपा गया है. इसलिए उससे बड़ा नुकसान हो रहा है. जो चुनाव हार चुके हैं. नेता तय कर रहें है कि टिकट किसको देनी है और किसे नही देनी है. कांग्रेस की यह सबसे बड़ी भूल होगी कि वह मुस्लिम नेताओं को किनारे कर रही है.

टिकट नहीं मिले पर दिए पार्टी छोड़ने के संकेत:कांग्रेस नेता मुजीब खान ने चुनाव से ठीक पहले पार्टी को संकेत दे दिए हैं. अगर उन्हें टिकट नहीं मिली तो वह पार्टी से एक बार फिर बगावत कर किसी अन्य दल दामन थाम लेंगे. बता दें की कांग्रेस नेता मुजीब खान ने वर्ष 2008 में कांग्रेस से बगावत कर BSP में शामिल हुए और टिकट लेकर चुनावी मैदान पर उतर गए नतीजे आए और वह BJP प्रत्याशी राजेंद्र शुक्ला से चुनाव हार गए. इसके बाद BSP के टिकट से ही मुजीब खान ने 2008 में रीवा से महापौरी का चुनाव लड़ा और हार हुई. बाद में मुजीब ने खान एक बार फिर कांग्रेस का दामन थामा और 2013 में इस बार उन्हें कांग्रेस पार्टी ने टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा लेकिन इस बार भी उन्हें हार का ही सामना करना पड़ा था. वह चुनाव हारे और राजेन्द्र शुक्ला ने चुनाव में जीत हासिल की.

मुजीब खान के AIMIM और सपा के संपर्क में होने की आशंका:अब एक बार फिर मुजीब खान ने कांग्रेस पार्टी से टिकट की दावेदारी ठोकी है. मगर पार्टी में उन्हे टिकट देने से साफ इनकार कर दिया है. मुजीब खान का कहना है कि समूचे विंध्य में किसी भी मुस्लिम नेता को कांग्रेस पार्टी टिकट देकर अपना उम्मीदवार नही बना रही है. मात्र वही एक ऐसे मुस्लिम नेता है, जिन्होंने टिकट की मांग की है. अब अगर विधानसभा के चुनाव में पार्टी उन्हे टिकट नहीं देगी तो कही न कही कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेता मुजीब खान अंदरूनी तौर पर समाजवादी पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM पार्टी के नेआतो से संपर्क में है.

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