मध्य प्रदेश

madhya pradesh

रीवा में शव ले जाने के लिए नहीं मिली एंबुलेंस, हाथ ठेले पर लादकर अस्पताल पहुंचे परिजन, डॉक्टर भी रहे नदारद

By

Published : Mar 13, 2023, 8:48 PM IST

रीवा से शर्मनाक तस्वीर सामने आई है, जहां शव को परिजन हाथ ठेले पर लादकर अस्पताल पहुंचे. उनका आरोप है कि अस्पताल में डॉक्टर भी मौजूद नहीं थे. इससे पहले पोस्टमार्टम के लिए शव पहुंचाने एंबुलेंस भी नहीं मिली. वहीं, इस आरोप को स्वास्थ्य अधिकारी ने झूठा बताया है.

rewa ambulance not found
रीवा में शव ले जाने के लिए नहीं मिली एंबुलेंस

रीवा में शव ले जाने के लिए नहीं मिली एंबुलेंस

रीवा।जिले के नईगढ़ी थाना क्षेत्र से सिस्टम की शर्मनाक तस्वीर सामने आई है. यहां रहने वाले 25 साल के युवक ने रविवार रात अज्ञात कारणों के चलते आत्महत्या कर ली. इस घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर जांच शुरू कर दी है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाना था, लेकिन प्रशासन द्वारा एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई गई. इसकी वजह से सोमवार सुबह परिजन ने शव को हाथ ठेले पर लादकर पोस्टमार्टम के लिए नईगढ़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां लचर व्यवस्था के चलते अस्पताल में डॉक्टर ही उपस्थित नहीं थे.

शव को हाथ ठेला पर लादकर पहुंचे अस्पताल: रविवार रात नईगढ़ी थाना क्षेत्र के एक युवक ने सुसाइड कर लिया. इसकी जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भर कार्रवाई शुरू की. शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल लेकर जाना था, जिसके लिए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने पर शव को हाथ ठेले पर लादकर अस्पताल पहुंचाया गया. परिजन ने आरोप लगाते हुए कहा कि पहले शव वाहन नहीं दिया गया और जब शव लेकर अस्पताल पहुंचे तो वहां डॉक्टर ही मौजूद नहीं थे. काफी देर बीत जाने के बाद मृतक के परिजन ने अस्पताल परिसर में हंगामा करना शुरू कर दिया. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाया. जिसके बाद मामला शांत हुआ. तकरीबन 3 घंटे बीत जाने के बाद डॉक्टर अस्पताल पहुंचे, तब जाकर मृतक का पोस्टमार्टम किया गया.

MP से जुड़ी खबरें यहां पढ़ें...

हाथ ठेला पर शव ले जाने को मजबूर, कुरई ब्लॉक में शव वाहन तक नहीं

दमोह का दर्द: न इलाज-न एंबुलेंस! मौत के बाद हाथ ठेले पर शव ले गये परिजन

आरोप को स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया झूठा: इस मामले को लेकर स्वास्थ्य अधिकारी ने पीड़ित परिजन के आरोपों को झूठा बताया है. मामले पर मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि मृतक के परिजन द्वारा शव वाहन की मांग नहीं की गई थी. अस्पताल में डॉक्टर भी उपस्थित थे. डॉ. रामचंद्र पटेल और उषा पाठक दोनों ही अस्पताल में उपस्थित थे. तकरीबन 11 बजे शव का पोस्टमार्टम कर परिजन के सुपुर्द कर दिया गया था.

ABOUT THE AUTHOR

...view details