आवारा पशुओं पर किसान की कविता की धूम रीवा।जिले के बैकुंठपुर क्षेत्र के रहने वाले किसान बालमुकुंद त्रिपाठी के द्वारा लिखी गई एक कविता ने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी है. जिसमें बालमुकुंद त्रिपाठी ने गीत भी स्वयं गाया है.अब उनकी यह कविता विंध्य क्षेत्र के लोग खासा पसंद कर रहे हैं. बालमुकुंद त्रिपाठी ने गीत में पिरोई इस कविता में आवारा मवेशियों से परेशान किसानों की व्यथा सुनाई है. आवारा मवेशियों की समस्या इस समय एमपी प्रमुख समस्याओं में से एक है.
खेतों में घूमते आवारा पशु किसानों के लिए आफतः गली मोहल्ले और खेतों में घूमते हुए आवारा पशु किसानों के लिए आफत बने हुए है. हाइवे में भी आवारा मवेशियों का डेरा रहता है. वहीं खेतों में घुसकर मवेशी फसल को बर्बाद कर रहे है. फसलों के भारी नुकसान के चलते किसान परेशान है. ऐसे में आवारा मवेशी गांव के खेत और गलियारों से लेकर शहर के सड़क तक एक बड़ी समस्या के रूप में है. इस समस्या को रीवा के कवि बालमुकुंद त्रिपाठी ने अपने कविता में पिरोया है.
फसलें बर्बाद कर रहे थे आवारा मवेशी, गांव वालों ने 200 क्षमता वाली गौशाला में भर दिये 5 हजार जानवर
बघेली में गाई कविता वीडियो हुआ वायरलः इसी कविता के माध्यम से आवारा मवेशियों से परेशान किसान की व्यथा सुनाई गई है. यह कविता लोक भाषा बघेली में स्वयं किसान बालमुकुंद त्रिपाठी ने लिखी है. आवारा मवेशियों को लेकर गाई गई कविता सोशल मीडिया में तेजी के साथ हो रही वायरल होने लगी है. वायरल वीडियो में किसान ने आवारा मवेशियों से परेशान किसानों के दुख दर्द को बड़े ही तरीके से सुनाया है. आज इस कविता की चर्चा पूरे विंध्य क्षेत्र में हो रही है.
सड़क पर मवेशियों का जमावड़ा, आए दिन होते हैं हादसे
आवारा मवेशी बनते हैं दुर्घटना की वजहः कविता के माध्यम से किसान यह बताने का प्रयास कर रहे है कि सड़क में आवारा मवेशी दुर्घटना की वजह बनते हैं. वही रेलवे ट्रैक और प्लेटफार्म के अंदर भी आवारा मवेशी पहुंच जाते हैं. जिससे यात्रियों की जान जोखिम में रहती है. आवारा मवेशी किसानों की पूरी की पूरी खेती बर्बाद कर देते है. इस पूरी समस्या को बड़े ही अनोखे अंदाज में रीवा के किसान बघेली में कविता के माध्यम से बयां करने लगे है. आवारा पशु को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम भी ये किसान कर रहे हैं. जिससे लोग अपने मवेशियों को खुलेआम न छोड़े. इसके साथ ही लावारिस मवेशियों के लिए गौशाला का इंतजाम किया जाए.