Rewa Police Action: आचार संहिता में रीवा पुलिस का स्टिंग ऑपरेशन, देर रात शटर के नीचे से बिक रही थी शराब, लिकर शॉप सीज
आचार संहिता में जिला प्रशासन का स्टिंग ऑपरेशन. देर रात शराब दुकान में शटर के नीचे से हो रही थी अधिक दामों में शराब की बिक्री. प्रशासन ने कर दीया सीज मचा हड़कंप.
रीवा।चुनाव की तारीख की घोषणा होने के बाद से ही एमपी में प्रशासन एक्शन मोड में है. अवैध तरीके से किए जा रहे काम, पैसों के लेन-देन और शराब तस्करी पर प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है. वहीं रीवा में आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन करते पाए जाने पर प्रशासन की ओर से गठित हुई फ्लाइंग स्क्वायड की टीम ने शराब दुकान पर दबिश देकर बड़ी कार्रवाई की. दरअसल फ्लाइंग स्कवायड टीम को देर रात PTS चौराहे के समीप संचालित शराब दुकान में शटर के नीचे से ज्यादा दामों में शराब बेचे बेचे जाने की सूचना प्राप्त हुई थी.
शराब दुकान में देर रात ज्यादा दाम में बिक रही थी शराब:विधानसभा चुनाव के चलते आदर्श आचार संहिता लागू की गई है. ऐसे में जिला प्रशासन के तरफ से लोगों को शख्त निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन रीवा में इसके बावजूद भी लोग प्रशासन के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं. सोमवार की देर रात शराब दुकान में शटर के नीचे से ज्यादा दामों में शराब बिक्री की सूचना फ्लाइंग स्क्वायड टीम को मिली थी. जिसके बाद प्रशासनिक टीम के साथ SDM मौके पर पहुंच गए.
रीवा पुलिस ने की कार्रवाई
फ्लाइंग स्क्वायड के टीम ने रंगे हाथ पकड़ा शराब दुकान हुई सीज: PTS चौराहे के पास संचालित शराब दुकान के कर्मचारियों को देर रात अधिक दाम में शराब बिक्री करते हुए रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई. इसके बाद फ्लाइंग स्क्वायड टीम के एक सदस्य ने पहले तो शराब दुकान कर्मचारियों को शटर के नीचे से शराब खरीदने के लिए पैसे दिए, जिसका वीडियो बनाते हुए स्टिंग ऑपरेशन किया गया और सही पाए जाने पर शराब दुकान को सीज करने की कार्रवाई की गई.
हर गतिविधि में जिला प्रशासन के पैनी नजर: विधानसभा चुनाव के चलते निर्वाचन आयोग के निर्देश में प्रदेश भर में आदर्श आचार संहिता लागू की गई है. जिसके चलते रीवा जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है. जिला प्रशासन की ओर से लगातार हर तरह की संदिग्ध गतिविधियों में नजर रखी जा रही है. किसी भी तरह की गड़बड़ी पाए जाने की साथ ही सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई भी की जा रही है. प्रशासन की ओर से पहले ही लोगों को आगाह कर दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद भी लोग मानने के लिए तैयार नहीं हैं. अब उन्हें कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है.