रीवा। नगर निगम आयुक्त और प्रभारी महापौर सहित एमआईसी सदस्यों के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. निगमायुक्त की शिकायत पर संभाग आयुक्त ने एमआईसी के 9 सदस्यों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है. सदस्यों को नोटिस का जवाब 30 दिन के अंदर देना होगा. अगर ऐसा नहीं किया गया तो सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
रीवा नगर निगम में शासन-प्रशासन में टकराव! संभागायुक्त ने MIC सदस्यों को दिया नोटिस
रीवा निगमायुक्त ने संभायुक्त से प्रभारी महापौर सहित एमआईसी के सदस्यों की शिकायत की गई थी. जिस पर सभी सदस्यों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
बता दें कि नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव ने सितंबर माह में प्रभारी महापौर वेंकटेश्वर पांडे सहित एमआईसी के सभी सदस्यों को पद से हटाने का प्रस्ताव संभागायुक्त को भेजा था. जिसमें बताया गया कि प्रभारी महापौर ने अधिकार क्षेत्र से बाहर काम करते हुए निलंबित अधिकारियों को बहाल किया गया. निगम की देनदारियों पर ब्याज वसूलने से आर्थिक नुकसान हुआ है. जिस पर संभागायुक्त ने प्रभारी महापौर और एमआईसी के सदस्यों को तलब किया है.
संभागायुक्त डॉक्टर अशोक कुमार भार्गव ने बताया कि निगम के दस्तावेजों की जांच की गई थी. जिसमें गड़बड़ी पाई गई है. जिसके चलते 9 एमआईसी सदस्यों के खिलाफ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है. नोटिस जारी किए जाने के बाद सदस्यों ने नगर निगम आयुक्त पर कांग्रेस सरकार के एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया है.