मां त्रिपुर सुंदरी के चरणों में नमन कर नामांकन दाखिल करने पहुंचे अभय मिश्रा, बोले-कांग्रेस की सरकार बनेगी उसमे हम भी होंगे हिस्सेदार - सेमरिया सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा
Abhay Mishra Filed Nomination: मध्य प्रदेश में उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरु हो गई है. रीवा के सेमरिया विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा सैकड़ों समर्थकों के साथ नमांकन दाखिल करने कलेक्ट्रेट कर्यालय पहुंचे. उस दौरान उन्होंने अपनी जीत का दावा भी किया.
रीवा। चुनावी संग्राम के बीच आज से सभी दलों के प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल करना शुरु कर दिए हैं. कद्दावर नेता शक्ति प्रदर्शन करते हुए सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ नामांकन दाखिल करने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच रहे हैं. आज नवरात्रि के आखिरी दिन सेमरिया विधान सभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा सैकड़ों समर्थकों के साथ नमांकन दाखिल करने कलेक्ट्रेट कर्यालय पहुंचे. मीडिया से बात करते हुए अभय ने कहा कि ''घर पर विराजमान मां त्रिपुण सुंदरी के चरणों में नमन कर आज नमानकन दाखिल करने आया हूं. क्षेत्र की जानता आशिर्वाद देगी और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी जिसके हम हिस्सेदार होंगे.''
सेमरिया प्रत्याशी अभय मिश्रा ने भरा नामांकन:कलेक्ट्रेट कार्यालय में नामांकन दाखिल करने के बाद अभय मिश्रा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि उनके घर में विराजी मां जगदम्बा त्रिपुण सुंदरी राजराजेश्वरी मां के चरणों में नमन कर नमांकन दाखिल करने आया हूं. सेमरिया की जनता के बीच में प्रत्याशी के रूप में जा रहा हूं. उनसे प्रार्थना करूंगा कि सभी लोग सहयोग करें और प्रार्थना करें की 20 साल बीत गए एक ही चटनी खाते-खाते "घोड़ा क्यों अड़ा,पान क्यों सड़ा, रोटी जली क्यों.'' क्योंकि रोटी पलटी नहीं गई. इस बार रोटी भी पलटी जा रही है. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार भी बन रही है और हम भी उसके हिस्सेदार बन रहे हैं.''
बीजेपी प्रत्याशी केपी त्रिपाठी से अभय मिश्रा का मुकाबला:हालाकि इस बार अभय मिश्रा का मुकाबला सेमरिया विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी केपी त्रिपाठी से होने जा रहा है. जो एक दूसरे के अच्छे खासे राजनीतिक प्रतिद्वंदी माने जाते हैं. अभय मिश्रा हाल ही में भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए हैं और कांग्रेस ने उन्हें सेमरिया विधान सभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है. भाजपा में रहते हुए अभय मिश्रा नहीं चाहते थे कि केपी त्रिपाठी को टिकट मिले लेकिन बीजेपी के शीर्ष नेता ने उनके साथ छल किया. जिसके चलते उन्होंने बीजेपी का दामन छोड़ा और कांग्रेस में शमिल हो गए.
क्षेत्र में जनता का मिल रहा आशिर्वाद अभय मिश्रा:हलांकि अभय मिश्रा से जब उनके प्रतिद्वंद्वी बीजेपी प्रत्याशी केपी त्रिपाठी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. शायद इस बार वह किसी भी तरह के बयानबाजी से बचकर सिर्फ और सिर्फ चुनाव जीतने की तैयारी में जुटे हुए हैं. कल इसी सेमेरिया विधान सभा सीट से आप पार्टी के दो नेताओं के बीच बातचीत का एक आडियो वायरल हुआ था. जिसमें टिकट दिलवाने के नाम पर एक नेता दूसरे टिकट के दावेदार से 10 लाख रुपय की डिमांड कर रहे थे. इस सवाल पर भी अभय कुछ नहीं बोले और कहा कि मुझे इन सब चीजों से क्या मतलब. इस बार क्षेत्र की जनता का आशीर्वाद उनके साथ है.''