BJP के अजब-गजब नेता, टिकट कटी तो भी पार्टी से भरा पर्चा, पत्नी को निर्दलीय मैदान में उतारा, बोले- डंडे से झंडा उतरा, डंडे से लड़ेंगे लड़ाई
BJP Mangawan Candidate News Update: विधानसभा के चलते सभी दलों से चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशी की तरफ से नामांकन दाखिल किया जा रहा है. ऐसे मे मनगवां से बीजेपी के बागी विधायक ने अपना नामांकन दाखिल किया. उन्होंने इस दौरान उन्होंने अपनी पत्नी का भी नामांकन दाखिल किया है. यानि उन्होंने दो पर्चे भरवाए हैं.
रीवा।विधानसभा चुनाव के चलते सभी दलों से चुनावी मैदान पर उतरे प्रत्याशी की तरफ से नामांकन दाख़िल करने की प्रक्रिया जारी है. आज बीजेपी की टिकट से चुनावी मैदान पर उतरे गुढ़ विधायक नागेंद्र सिंह सहित मनगवां सीट से नरेन्द्र प्रजापति ने अपना नामांकन दाखिल किया, तो वहीं मनगवां विधानसभा से बीजेपी के बागी विधायक पंचू लाल प्रजापति ने अपनी पत्नी पन्नाबाई प्रजापति को ही चुनावी मैदान पर उतार दिया. उन्होंने 2 पर्चे दाखिल करवाए और प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल करवाया. नामांकन दाखिला के बाद समस्त उम्मीदवार अपनी अपनी जीत का दावा भी करते नजर आए.
टिकट कटने के बाद बागी विधायक का नही हुआ बीजेपी से मोह भंग:वहीं, अगर बात की जाए तो मनगवां विधानसभा के वर्तमान बीजेपी विधायक पंचुलाल प्रजापति की तो पार्टी से टिकट कटने के बाद भी पार्टी से उनका मोह भंग नहीं हुआ है. लेकिन उन्होंने पार्टी का नुकसान करने के लिए अपनी ही पत्नी पन्ना बाई प्रजापति को मनगवां सीट निर्दलीय चुनाव लड़ाने का फैसला कर लिया.
बता दें कि पन्नाबाई प्रजापति साल 2013 से 2018 तक मनगवां सीट बीजेपी की विधायक रही हैं. इसके बाद 2018 में पंचुलाल प्रजापति ने जीत का ताज अपने सिर पर रखा. लेकिन 2023 चुनाव के पहले ही पार्टी ने उनका टिकट काट कर नरेन्द्र प्रजापति को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था. इसके बाद पंचुलाल प्रजापति पार्टी से बगावत पर उतारू हुए और पत्रकारवार्ता के दौरान भावुक होकर पार्टी के ही शीर्ष नेताओं पर गम्भीर आरोप लगाए थे.
बीजेपी विधायक क्यों बोले डंडे से झंडा निकला तो डंडे से लड़ेंगे:निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पत्नि पन्ना बाई को चुनावी मैदान पर उतारने के बाद बीजेपी विधायक पंचुलाल प्रजापति ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "श्रीमती पन्ना बाई ने दो पर्चे दाखिल किए है. पहला तो भारतीय जनता पार्टी के नाम से पर्चा दाखिल किया है, जबकि दूसरा पर्चा निर्दलीय है. भारतीय जनता पार्टी से पर्चा दाखिल करने का मतलब यह है कि "जबतक आस जबतक सांस".
गुढ़ विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक ने भरा नामांकन:नमांकन दाखिल करने के बाद गुढ़ विधायक नागेंद्र सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का एक ही चुनावी मुद्दा है. चुनाव जीतने के बाद एक ही काम है. आम जनता के प्रति विश्वास प्राप्त करना क्षेत्र का विकास करना. विकास के बाद और विकास करना और विकास करते ही जाना यही हमारा चुनावी मुद्दा होगा. अन्य दलों के ताकतवर प्रत्याशियोंं को लेकर नागेंद्र सिंह बोले की उनके और हमारे बीच किसी भी तरह की कोई टक्कर नही है.
इस बार क्षेत्र में वह एक बार फिर विकास के मुद्दों कों लेकर जानता के बीच जाएंगे. गुढ़ विधानसभा में एक बड़ी इंडस्ट्री की अवश्यकता है, जिससे वहां के लोगो को रोजगार प्राप्त हो सके. सिंचाई का रकबा बढ़ाने के साथ ही क्षेत्र में स्कूल और अस्पतालों की व्यवस्था और भी सुधारे जाने की आवश्यकता है.
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मनगवां सीट ने बीजेपी का नया चेहरा:मनगवां सीट से इस बार बीजेपी ने नए चेहरे नरेन्द्र प्रजापति को टिकट देकर चुनावी मैदान पर उतारा है. आज नमांकन दाख़िल करने आए बीजेपी से मनगवां प्रत्यासी नरेंद्र प्रजापति ने मीडिया से बात करते हुए कहा की भारतीय जनता पार्टी ने मुझे अधिकृत किया है. मनगवां विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए भारतीय जानता पार्टी का प्रशिक्षित और अनुशासित कार्यकर्ता ही चुनाव लड़ता है. वह तमाम परिस्थितियों से जूझते हुए सफलता भी प्राप्त करता है. केन्द्र और प्रदेश स्तर की जो भी योजनाएं हैं. उन्हे में नीचे की ओर उतारने का प्रयास करूंगा. मैं नया कैंडिडेट जरूर हूं लेकिन क्षेत्र की जानता के लिऐ पुराना चेहरा हूं. रीवा और अपने क्षेत्र के प्रति व्यक्ति से जुड़ा हुआ व्यक्ती हूं.
नरेन्द्र प्रजापति ने कहा जमीन बेचकर टिकट खरीदने के आरोप गलत:वहीं, टिकट खरीदने के आरोप को लेकर नरेंद्र प्रजापति ने कहा की भारतीय जानता पार्टी की टिकट खरीद नहीं की जा सकती. इस बार जिस तरह से टिकट वितरीत हुए लोगों को यह तक पता नहीं था कि मुझे चुनाव लड़ना है. किसी का नाम लेने की यहां पर आवश्यकता नहीं है, जो प्रत्येक प्रत्याशी हैं, उन्हें कार्यकर्ता के तौर पर जमीनी सर्वे करवाने में पश्चात ही चुनावी मैदान पर उतार दिया जाता है. बकायदा अनुशासन के साथ वह चुनाव लड़ता है और अपनी जीत भी दर्ज करवाता है. नरेंद्र प्रजापति ने कहा कि इस चुनाव में जनता की मूलभूत आवश्यकता ही उनका सबसे बड़ा मुद्दा होगा. हमारे उपर जो जमीन बेचकर टिकट लेने के आरोप लगे है, यह गलत है. हमारी एक ही जमीन है, जिसपर घर बना है और मैं उसी जमीन को बेचकर बेघर नही होना चाहता.