रीवा। जिले के बैजू धर्मशाला में सपेरे अपने सांपों के साथ डेरा जमाए हुए हैं. हर साल की तरह इस साल भी नाग पंचमी के दिन सपेरे घर-घर जाकर नाग देवता के दर्शन लोगों को कराते हैं. जिससे इन सपेरों को दो पैसे भी मिल जाते हैं. लेकिन सपेरों का कहना है कि हर साल वन विभाग का अमला उनके सांपों को इनसे दूर कर देता है, क्योंकि सांप के ऐसे इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा हुआ है. सपेरों का कहना है कि पहले वन विभाग उन्हें मुआवजा दिया करता था, जो काफी सालों से बंद कर दिया गया है.
कानून की नजर में सांपों को पकड़ना और उनका प्रदर्शन करना अपराध है. सपेरों का कहना है कि सांपों को पकड़कर इनके खेल को प्रतिबंधित करने के बाद इन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए और रोजगार का अन्य साधन मुहैया कराने के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया, जिसके कारण उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया.