रीवा। मध्यप्रदेश में अब CBSE के बाद, एमपी बोर्ड के भी निजी स्कूल सरकार के विरोध में आ गए हैं. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के बैनर तले 5 सूत्रीय मांगों को लेकर जिले के सैकड़ों स्कूल संचालकों ने आज कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर 1 दिवसीय भूख हड़ताल की और 15 दिवस के अंदर सरकार द्वारा मांगे पूरी नहीं किए जाने पर, पूरे मध्यप्रदेश में आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है.
प्राइवेट स्कूलों के सैकड़ों संचालक आज कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करते हुए एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे. 15 दिन के अंदर उनकी पांच सूत्रीय मांगों को पूरा न करने पर अनिश्चित कालीन आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है. प्राइवेट स्कूल सांचालकों का कहना है की, सरकार द्वारा प्राइवेट स्कूलों में अनिवार्य एवं नि:शुल्क शिक्षा (RTE) छात्र- छात्राओं की वर्ष 2011-12 से वर्ष 2019-20 की रोकी गई राशि का तत्काल भुगतान किया जाए और वर्तमान सत्र का प्रवेश चालू किया जाए. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन का कहना है कि, उनकी 5 सूत्रीय मांगे 15 दिन के अंदर सरकार स्वीकार नहीं की जाती है, तो उनके द्वारा समूचे प्रदेश में अनशन किया जाएगा.
इंदौर में भी मनमानी फीस वसूली के खिलाफ अभिभावकों ने दिया अनिश्चितकालीन धरना
इंदौर के चमेली देवी स्कूल में मनमानी फीस वसूली के खिलाफ अभिभावकों ने अनिश्चितकालीन धरना दिया, इस दौरान पेरेंट्स भजन गाकर स्कूल प्रबंधन से अपनी मांगे मनवाने का जतन करते नजर आए. दरअसल कोरोना संक्रमण के दौर में जहां हर वर्ग की आर्थिक स्थिति खराब है, ऐसे में इंदौर के चमेली देवी स्कूल द्वारा मनमानी ट्यूशन फीस वसूली जा रही है, जिसके खिलाफ अभिभावक स्कूल गेट पर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं. अभिभावक स्कूल फीस पर 75 फ़ीसदी राहत देने की मांग कर रहे हैं, साथ ही पिछले साल की बैलेंस शीट सार्वजनिक किए जाने और इस वर्ष वास्तविक खर्चा जोरा सार्वजनिक का वास्तविक खर्च के अनुसार ट्यूशन फीस लेने की मांग कर रहे हैं.
भोपाल में प्रायवेट स्कूल एसोसिएशन की भूख हड़ताल