रीवा।रीवा लोकसभा सीट पर 6 मई को होने वाले मतदान का काउंटडाउन शुरु हो चुका हैं. खास बात यह है कि रीवा की राजनीतिक दिशा और दशा बदलने में यहां के महिला मतदाताओं के वोट हर बार निर्णायक भूमिका निभाते हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर महिलाओं का मतदान प्रतिशत करीब 51.58 फ़ीसदी था. जो 2009 की तुलना में 7 प्रतिशत ज्यादा था. इस बार भी रीवा में महिलाओं के मतदान प्रतिशत में इजाफा की होने की बात कही गई है.
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रीवा लोकसभा सीट पर हर बार महिला मतदाता प्रभावी भूमिका निभाते है, यही वजह है कि इस बार भी बीजेपी और कांग्रेस इस सीट पर महिला मतदाताओं को रिझाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं.
रीवा लोकसभा सीट पर 2014 में कुल 53.84 फीसदी मतदान हुआ था जिनमें महिलाओं का मत प्रतिशत 51.58 फीसदी रहा था. पिछले डेढ़ महीने में रीवा लोकसभा सीट की मतदाता सूची में कुल 5 हजार से भी ज्यादा मतदातों ने अपने नाम जुड़वाए हैं. जिनमें सबसे ज्यादा 2 हजार 9सौ 96 मतदाताओं ने अपने नाम जुड़वाए हैं. जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या में 2 हजार 5 सौ 18 की बढ़ोतरी दर्ज की गई हैं. रीवा में इस बार कुल 7 लाख 84 हजार 18 है महिला वोटर मतदान करेगी. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि महिलाओं के वोट रीवा की राजनीतिक दिशा और दशा तय करने में अहम भूमिका निभाती है.
बीजेपी और कांग्रेस की महिला टीम रीवा संसदीय क्षेत्र में लगातार जनसंपर्क में जुटी हुई हैं. बीजेपी जहां मोदी के नाम पर जनता को रिझाने की कोशिश में जुटी हैं, तो वहीं कांग्रेस कमलनाथ सरकार और गरीब परिवारों की महिलाओं के खाते में 72 हजार रुपए देने वाली योजना का जमकर प्रचार प्रसार करने में जुटी हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में जिले की आठों विधानसभा सीटों पर महिलाओं ने बढ़-चढ़कर मतदान किया था. ऐसे में इस बार भी महिलाओं के मतदान पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं.