रीवा। शहर में लॉक डाउन का सख्ती से पालन करवाने के लिए अब पुलिस ने तरीके बदल लिए हैं. बेवजह घर से निकलने वालों को सबक सिखाने लिए पुलिस ने एक नया तरीका आजमाया, इस दौरान कॉलेज चौराहे में एक एंबुलेंस खड़ी की गई, पुलिस ने बताया कि उस एंबुलेंस में एक कोरोना का मरीज है, जिसमें पुलिस लॉक डाउन का पालन न करने वाले लोगों को भी बैठा रही है.
लॉकडाउन में बेवजह घूमने वालों को पुलिस ने ऐसे सिखाया सबक - नाटक के माध्यम सिखाया सबक
रीवा पुलिस ने बेवजह घर के बाहर निकलने वाले लोगों को जागरुक करने के लिए एक नाटक रचा, जिसमें एक एंबुलेंस में एक कोरोना का नकली मरीज बैठाया गया, वहीं स्कूटी से आ रहे तीन लोगों को उसी एंबुलेंस में बैठाया गया. इस दौरान वे पुलिस से मिन्नते मांगते नजर आए.
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यह जानकरी जब बिना किसी कारण स्कूटी में घूम रहे तीन युवकों लगी तो वो गाड़ी छोड़कर भागने लगे. पुलिस ने तीनों को पकड़कर एम्बुलेंस में डाल दिया. इस दौरान लड़के एम्बुलेंस की खिड़की से भागने का प्रयास कर रहे थे और पुलिस से माफी भी मांग रहे थे. इस दृश्य को देख वहां से निकलने वाले लोगों के हाथ पैर फूल गए. हालांकि ये सब एक नाटक था, जो पुलिस ने ऐसे लोगों को मैसेज देने के लिए किया था, जो बेवजह, बिना मास्क लगाए घर से बाहर निकल रहे हैं और बाइक में ट्रिपलिंग कर रहे हैं.
पुलिस उप अधीक्षक शिवकुमार वर्मा ने बताया की पुलिस और एम्बुलेंस स्टाफ के साथ मिलकर यह नाटक रचा गया है, जिसका उद्देश्य लोगों को जागरुक करना है. बता दें कि पुलिस, एम्बुलेंस में बैठे डॉक्टर व कोरोना मरीज के साथ ही, वो तीन स्कूटी सवार युवक जिन्हे एम्बुलेंस में बैठाया जा रहा था, सभी नाटक का ही एक हिस्सा थे. हालांकि रीवा में अभी एक भी मरीज नहीं मिला है, लेकिन पुलिस कोरोना के प्रति लोगों को लगातार जागरुक कर रही है.