रीवा। बाल श्रम को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश सरकार के चलाए जाने वाले अभियान 'बचपन बचाओ अभियान' के तहत पुलिस प्रशासन ने भी अब मोर्चा खोल दिया है. इस अभियान को लेकर रीवा में पुलिस ने दुकानों- दफ्तरों पर जांच की. जहां भी नाबालिक बच्चे काम करते मिल रहे हैं उन्हें वहां से मुक्त कराया जा रहा है और जहां जबरदस्ती नाबालिगों से काम कराया जा रहा है, उन पर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है साथ ही पुलिस प्रशासन के द्वारा ऐसे दुकानदारों को नोटिस जारी किया गया है और बाल श्रम को रोकने के निर्देश दिए गए हैं.
'बचपन बचाओ अभियान' के तहत कार्रवाई, बाल श्रमिकों को कराया मुक्त
'बचपन बचाओ अभियान' के तहत पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दुकानों और दफ्तरों में काम कर रहे बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है.
रीवा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव कुमार वर्मा ने बताया कि 'बचपन बचाओ अभियान' पुलिस प्रशासन का एक बड़ा उद्देश्य है. जिसको लेकर फरवरी महीने में लगातार कार्रवाई की जा रही है. ऐसे बच्चों को मुक्त करने का आदेश जारी हुआ है. जिनसे दुकानों में बाल श्रमिकों से काम कराया जा रहा है, ये एक चिंता का विषय है.पुलिस के मुताबिक, कुछ की तो मजबूरियां होती हैं और कुछ बच्चों को जबरदस्ती इस काम में धकेला जाता है. ऐसे में बाल श्रमिक बच्चों को मुक्त कराने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस विभाग अब कार्रवाई की जा रही है.