रीवा।रीवा युवा पार्थ पाण्डेय युवाओं के लिए आइकॉन हैं. मन मे खुद का व्यवसाय शुरू करने का सपना लिए उन्होंने दुबई से नौकरी छोड़ी और वापस रीवा आ गए. इसके बाद प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत उन्होंने लोन लेकर खुद का व्यवसाय करते हुए केक कैफे खोला. अब उसी व्यवसाय से उन्होने 15 अन्य युवाओं को रोजगार दिया है.उनका दृढ़ निश्चय अब युवाओं के लिये प्रेरणा स्त्रोत है.
कलेक्टर ने उत्साह बढ़ाया :कलेक्टर मनोज पुष्प व जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक युवी तिवारी ने कैफे पहुंचकर पार्थ का उत्साह बढ़ाया तथा उनके अनुभव पूंछे. पार्थ का कॉलेज चौराहे पर विन्नी केकस एण्ड मोर के नाम से कैफे है, जिसमें वह केक के अलावा बेकरी, गिफ्ट, डायफ्रूट आदि का विक्रय करते हैं. पार्थ ने बताया कि उद्योग विभाग से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत दो घंटे में उनका ऋण प्रकरण बनाकर बैंक भेज दिया गया और केनरा बैंक ने दो दिन में उन्हें 20 लाख रुपए का ऋण स्वीकृत कर दिया. पार्थ ने बताया कि उनको शॉप खोले हुए अभी तीन माह ही हुए है और गत माह का टर्न ओवर 5 लाख था, जबकि इससे पहले के माह का 3.50 लाख रुपए टर्न ओवर रहा.
15 अन्य लोगो को दे रहे रोजगार :आत्मविश्वास से भरे पार्थ ने कलेक्टर को बताया कि दुबई के कैफे में बैठकर मेरे मन में विचार आया था कि वह ऐसा ही खुद का एक कैफे खोले और उसी से अन्य लोगो को रोजगार भी दें. पार्थ ने दुबई से नौकरी छोड़ी और वापस रीवा आ गए. बाद में उन्होंने अपनी लगन और मेहनत के साथ ही प्रधानंत्री स्वरोजगार योजना के तहट ऋण का लाभ लेकर खुद का व्यवसाय शुरू किया. अब अपने उसी व्यवसाय से वह 15 अन्य लोगों को रोजगार भी दे रहे है. पार्थ ने कहा कि अब वह खुद अपने कैफे के मालिक हैं और निकट भविष्य में इसे बढ़ाते हुए अधिक लोगों को रोजगार दे सकेंगे.
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