रीवा।देश-प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की चाहे कितनी घोषणाएं हो. सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाओं को सुचारु रखने की चाहे कितनी ही योजनाएं चालू कर दी जाएं, लेकिन इन सबकी जमीनी हकीकत उन घोषणाओं और उम्मीदों से बिल्कुल इतर है. सरकारी अस्पतालों में अव्यवस्थाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शहर के संजय गांधी स्मृति अस्पताल से मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है. अस्पताल में एंबुलेंस के लिए पैसे मांगने पर एक मृतक के परिवार को मजबूरन खुद ही सैया बनाकर अपने कंधों पर शव ले जाना पड़ा. इस तस्वीर को देख सबका हृदय पसीज गया. इसके बावजूद न तो अस्पताल के डॉक्टरों को जरा भी फर्क पड़ा और न ही कर्मचारियों को.
मानवता हुई शर्मसार, बेबस परिवार खुद कंधों पर ले गया शव
रीवा के संजय गांधी अस्पताल से मानवता को शर्मसार करने वाली एक तस्वीर सामने आई है. जहां पर एंबुलेंस से शव को ले जाने के लिए 500 रुपए की मांग की गई. जब परिजनों ने पैसे नहीं दिए तो एंबुलेंस भी नहीं मिली, बेबस परिवार खुद सैया बनाकर शव को अपने कंधों पर रख, घर के लिए रवाना हो गया.
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जानकारी के मुताबिक कुछ दिनों पहले रमेश वर्मा नाम के शख्स को संजय गांधी स्मृति अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां अचानक उनकी तबीयत ज्यादा खराब होने लगी, साथ ही सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी. इलाज के दौरान ही अस्पताल में उनकी मौत हो गई. अस्पताल से शव को ले जाने के दौरान मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई. जहां पहले तो परिजनों को स्ट्रेचर नहीं मिला और फिर एंबुलेंस में शव ले जाने के लिए 500 रुपए की मांग की गई. जिसके बाद बेबस परिवार खुद ही सैया पर शव लेकर रवाना हुआ.