रीवा। देश में नागरिकता संशोधन कानून और भारतीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) लागू हो गया है. इसके बाद से ही देश के साथ-साथ मध्यप्रदेश में भी घमासान मचा हुआ है. जहां भारतीय जनता पार्टी इसके समर्थन में है, तो वहीं कांग्रेस समेत मुस्लिम संगठन इसके विरोध में है. मुस्लिम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने 20 दिसंबर को रैली निकालकर इसका विरोध करने का फैसला लिया है. साथ ही संघ इस कानून को लागू नहीं करने को लेकर ज्ञापन भी सौंपेगा.
CAA के विरोध में मुस्लिम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, 20 दिसम्बर को प्रदर्शन करने की तैयारी - मुस्लिम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी अब्दुल शाहिद
नागरिकता संशोधन कानून लागू करने को लेकर मुस्लिम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विरोध भी सामने आया है. संघ ने 20 दिसंबर को रैली करने का फैसला लिया है, ताकि इस कानून को वापस लिया जाए.
मुस्लिम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी अब्दुल शाहिद ने कहा कि देश में हमेशा हिंदू-मुस्लिम, सिख-ईसाई साथ-साथ रहते आए हैं, यही हिंदुस्तान की पुरानी संस्कृति है. संविधान में भी भीमराव अंबेडकर ने सभी धर्मों को लेकर बराबर का दर्जा और सम्मान दिया है. उन्होंने रैली को लेकर कहा कि ये हॉस्पिटल चौराहे से होकर कलेक्ट्रेट पहुंचेगी, जहां कानून के विरोध में ज्ञापन सौंपा जाएगा. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर 20 दिनों के अंदर इस कानून को वापस नहीं लिया जाता है, तो संघ के सदस्य भूख हड़ताल करेंगे. इसके बाद भी अगर कुछ नहीं होता है, तो रोड जाम कर आंदोलन किया जाएगा.