हर बार मंत्री बनने वाला विंध्य का ये विधायक, अब बना मध्यप्रदेश का डिप्टी सीएम, पढ़ें राजेंद्र शुक्ला की कहानी - राजेंद्र शुक्ला का प्रॉफाइल
MP New deputy CM Rajendra Shukla Profile: रीवा से विधायक राजेंद्र शुक्ला को मध्य प्रदेश का डिप्टी सीएम बनाया है. राजेंद्र शुक्ला की खास बात यह है कि वह जितनी बार चुनाव जीते हैं, उन्हें मंत्री बनाया गया है. एक नजर डालते हैं विंध्य के कद्दावर नेता के बारे में...
रीवा। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में विंध्य का अहम योगदान था. विंध्य ने भारतीय जनता पार्टी को भारी बहुमत से समर्थन दिया, और कई सीट जिताकर लाई. या यूं कहें की 2003 से ही विंध्य मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का गढ़ बन चुका है. अब विंध्य को एक सौगात भी मिली है. विंध्य क्षेत्र के कद्दावर नेता और रीवा से विधायक राजेंद्र शुक्ला को मध्य प्रदेश का डिप्टी सीएम बनाया गया है. जिसके बाद से ही उनके गृह नगर में खुशी की लहर दौड़ गई है. रीवा में विंध्य क्षेत्र में लोग अलग-अलग अंदाज में जश्न मना रहे हैं.
रीवा के कद्दावर नेता हैं राजेंद्र शुक्ला:राजेन्द्र शुक्ला को मध्य प्रदेश का डिप्टी सीएम बनाया गया है. राजेंद्र शुक्ला का जन्म 1964 में हुआ था. राजेंद्र शुक्ला ने सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि हासिल की है. उनके अंदर युवावस्था से ही नेतृत्व की क्षमता थी. 1986 में ही सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष भी बने थे और राजेंद्र शुक्ला जब से विधायक बने हैं. तब से वह मंत्री भी बन रहे हैं और तभी से अजेय भी हैं और विंध्य के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं.
कई बार मंत्री बने, अब डिप्टी सीएम:राजेन्द्र शुक्ला अपने राजनीतिक करियर में जितनी बार जीते उतनी बार मंत्री रह चुके हैं. अलग-अलग मुख्यमंत्री के दौर में भी मंत्री पद संभाल चुके हैं और अब इस बार उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया है. राजेंद्र शुक्ला मध्य प्रदेश के नए डिप्टी सीएम बन गए हैं. जिसके बाद से विंध्य क्षेत्र में उत्साह का माहौल है.
जितनी बार जीते मंत्री बने:विंध्य क्षेत्र के कद्दावर नेता और रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला मध्य प्रदेश के राजनीतिक बिसात के अहम किरदार हैं. इसीलिए हर बार सरकार में उन्हें अहम पद भी दिया जाता है. हर बार विंध्य के कद्दावर नेता राजेन्द्र शुक्ला मंत्री बनते रहे हैं, लेकिन इस बार उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया है. राजेन्द्र शुक्ल जब से विधानसभा चुनाव जीत रहे हैं, तभी से मंत्री भी बन रहे हैं.
राजेंद्र शुक्ल के राजनीतिक करियर पर नजर डालें तो साल 2003 में राजेंद्र शुक्ला पहली बार मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए बीजेपी से चुनाव लड़े और शानदार जीत भी दर्ज की. जिसके बाद उन्हें आवास और पर्यावरण के लिए राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में मंत्री परिषद में शामिल किया गया.
साल 2008 में उन्हें रीवा निर्वाचन क्षेत्र से दूसरी बार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में बड़ी सफलता मिली. मध्य प्रदेश राज्य सरकार में ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्री बने.
साल 2013 में एक बार फिर से विंध्य क्षेत्र से राजेंद्र शुक्ला जीत दर्ज करने में कामयाब रहे और उन्होंने उद्योग नीति और निवेश संवर्धन पर कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. इस दौरान वो जनसंपर्क मंत्री भी थे, मध्य प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष भी चुने गए.
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भी राजेंद्र शुक्ला अपने विधानसभा क्षेत्र में जीत दर्ज करने में कामयाब हुए थे. हालांकि प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं बनी थी. लेकिन जब साल 2020 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिर गई भाजपा ने फिर से सरकार बनाई. उस समय तो राजेंद्र शुक्ल को मंत्री नहीं बनाया गया था. लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव के कुछ महीने पहले ही राजेंद्र शुक्ला को 2023 में फिर से मंत्री बना दिया गया है.
राजेंद्र शुक्ला 2003 में पहली बार भारतीय जनता पार्टी से जीत कर आए थे. तब से लगातार अपराजेय हैं, कोई भी नेता उन्हें हरा नहीं सका है, और जितनी बार जीतकर आये राजेंद्र शुक्ला मंत्री भी बने, ये उनकी खास उपलब्धि भी है.
राजेंद्र शुक्ला उमा भारती की सरकार में भी मंत्री रहे, उसके बाद बाबूलाल गौर की सरकार में मंत्री रहे और इसके बाद शिवराज सिंह चौहान की नेतृत्व वाली सरकार में भी मंत्री रहे हैं.
विंध्य में खुशी की लहर: गौरतलब है की हर बार की तरह इस बार भी विंध्य क्षेत्र ने भारतीय जनता पार्टी को भरपूर समर्थन दिया. कई सीट बीजेपी को जिताकर दिया, जिसका इनाम भी इस बार विन्ध्य क्षेत्र को मिला है. पहली बार मध्य प्रदेश में जब डिप्टी सीएम बनाये गए हैं तो विंध्य क्षेत्र से राजेंद्र शुक्ला को भी डिप्टी सीएम बनाया गया है. जिसके बाद से विंध्य क्षेत्र में खुशी की लहर है. राजेंद्र शुक्ल के समर्थक जश्न मना रहे हैं जगह-जगह मिठाईयां बांटी जा रही हैं.