रीवा। 15 जून 2020 को लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हुए मुठभेड़ में भारतीय सेना के करीब 20 जवान शहीद हो गए थे. जिसमे से एक जवान रीवा के फरेंदा गांव का था. इस गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत सरकार के द्वारा रीवा के लाल "शहीद दीपक सिंह" को सच्ची श्रद्धान्जलि देते हुए उन्हें "वीर चक्र" से सम्मानित किया गया है.
चीनी सैनिकों से लोहा लेते लद्दाख की गलवान घाटी में रीवा के जवान दीपक सिंह शहीद हो गए थे. "शहीद दीपक सिंह" को भारत सरकार ने वीर चक्र से सम्मानित किया है. जून 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के कायराना हमले में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए थे. जिसमें रीवा का लाल "दीपक सिंह" भी शामिल था. शहीद दीपक सिंह को वीर चक्र का सम्मान मिलने के बाद परिजन सहित रीवा लोग गर्व महसूस करते हैं.
बड़े भाई से प्रेरित होकर सेना में भर्ती हुए थे दीपक
दीपक सिंह का जन्म 15 जुलाई 1989 को रीवा जिले के फरेंदा गांव में हुआ था. दीपक के पिता गजराज सिंह किसान हैं. शहीद दीपक सिंह के बड़े भाई प्रकाश सिंह भी सेना में जवान है. अपने बड़े भाई प्रकाश से प्रेरित होकर स्कूल के समय ही दीपक ने अपना लक्ष्य तय कर लिया था. अपने सीने में देशभक्ति का जज्बा लिए 23 साल की उम्र में 2012 में भारतीय सेना की बिहार रेजिमेंट के चिकित्सा कोर में भर्ती हुए. जनवरी वर्ष 2020 में उनकी पोस्टिंग लद्दाख में हो गई. लेकिन 6 महीने बाद लद्दाख के गलवान घाटी में दुश्मन चीनी सेना के कायराना हमले में दीपक सिंह शहीद हो गए.