रीवा।मध्य प्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव आज एक दिवसीय प्रवास पर रीवा आए. इस दौरान शहर के कॉलेज चौराहे में हजारों की तादाद में लोग मौजूद रहे. जहां सीएम मोहन यादव का जोरदार स्वागत किया. इसके बाद सीएम मोहन यादव जन आभार यात्रा में शामिल हुए. जन अभार यात्रा के दौरान जगह-जगह बनाए गए मंचो से कई संगठनों के लोगों सीएम पर पुष्प वर्षा की. आभार यात्रा में प्रदेश की उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल समेत सासंद जनार्दन मिश्रा शामिल हुए. NCC मैदान में आयोजित आम सभा को सीएम मोहन ने संबोधित कर 320 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया.
जनता ने पुष्प वर्षा कर किया स्वागत: सीएम मोहन यादव का जनता ने जमकर स्वागत किया. जगह-जगह बनाए गए मंचों विभिन्न वर्ग के लोगों द्वारा सीएम पर पुष्प वर्षा की. इसके बदले सीएम भी जनता पर पुष्प वर्षा करते हुए दिखाई दिए. मुख्यमंत्री को किसी ने महामृत्यंज्य भगवान की फोटो तो किसी ने सुपाड़ी से निर्मित कलाकृति भेंट की. किसी ने शॉल और श्री फल देकर सीएम का सम्मान किया. सीएम मोहन यादव को एक तलवार भेंट की गई. जिसके बाद सीएम ने म्यान से तलवार निकाली और हवा में लहराने लगे.
NCC मैदान से सीएम ने संबोधित: NCC मैदान में अयोजित सभा में सीएम मोहन यादव शामिल हुए. सीएम मोहन ने 320 करोड़ के कार्यों का भूमि पूजन व लोकार्पण किया. साथ ही हितग्राहियों को स्कूटी व अन्य समाग्री वितरित की. इस दौरान सभा को सम्बोधित करते सीएम मोहन यादव ने कांग्रेस को घेरा.
रीवा अंचल में भगवान राम ने काटा 11 वर्ष का वनवास: सीएम ने कहा की अमरकंटक हमारे इस पुराने राज्य का ही हिस्सा था. जहां मां रेवा का जन्म स्थान है. अमरकंटक उसके नाम पर ही रीवा है. रीवा अंचल में ही भगवान राम ने 11 साल से ज्यादा का अपना वनवास काल व्यतीत करने का निर्णय लिया तो वह चित्रकूट भी यही का हिस्सा है. मंच से जय श्री राम का उदघोष कर सीएम मोहन यादव ने आगे कहा की हम सबका सौभाग्य है की आज का यह को अद्वितीय पल है. 500 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कानून और व्यवस्था के आधार पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का पालन हुआ है.
रीवा की चारों उंगली घी में और सिर कढ़ाई में:सीएम ने कहा अपने रीवा की तो अब चारों उंगली घी में है और सिर कढ़ाई में है, लेकिन मेरे साथ तो डबल है. आपके उपमुख्यमंत्री भी रीवा से है और मुख्यमंत्री भी रीवा के दामाद हैं. अगर कुछ बचा था तो पहली बार चुनी गई विधायक भी रीवा अंचल की है.