रीवा। सरकार जहां एक तरफ बेटी पढ़ाओ-बेटी बढ़ाओ की बात करती है. वहीं दूसरी ओर रीवा जिले के कॉलेजो में इन्हीं बेटियों को एडमिशन नहीं मिल रहा है. पहले आओ पहले पाओ की नीति के तहत एडमिशन कार्य पूरा हो चुका है. जिससे कई छात्राएं एडमिशन से वंचित रह गई हैं. छात्राओं ने उच्च शिक्षा विभाग को धमकी दी है कि अगर उन्हें एडमिशन नहीं मिला तो वे आत्महत्या जैसा कदम भी उठाने से नहीं चूकेंगी.
छात्राओं को नहीं मिला कॉलेज में एडमिशन, कहा-सीटें नहीं बढ़ी तो कर लेंगी आत्महत्या - शासकीय महाविद्यालयों
रीवा जिले के शासकीय महाविद्यालयों में सीटों की कमी होने से कई छात्राओं को एडमिशन नहीं मिला है. एडमिशन न मिलने से नाराज छात्राओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन किया.
एडमिशन न मिलने से नाराज छात्राएं कलेक्टर परिसर के बाहर धरने पर बैठकर जमकर प्रदर्शन किया. छात्राओं ने प्रसासन से कॉलेजों में सीट बढ़ाएं जाने की मांग की है. एडमिशन से वंचित छात्राओं का कहना है कि पहले आओ पहले पाओ की नीति के कारण ज्यादा पर्सेंट लाने के बाद भी उन्हें कालेज में एडमिशन नहीं मिला.
मामले की जानकारी मिलने बाद रीवा एसडीएम फरहीन खान ने मौके पर पहुंचकर छात्राओं को समझाइश दी. एसडीएम ने कहा कि वह मामले को उच्च शिक्षा विभाग के समक्ष उठाएंगी और कॉलेजों में सीट बढ़वाएं जाने की मांग करेगी.