रीवा। शहर से व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर जाने वाले सड़क के निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. फिलहाल EOW ने इस मामले की जांच शुरु कर दी है. शिकायतकर्ता शिव सिंह का कहना है कि, 'इस मामले में जो भी अरोपी हैं, चाहे वो ठेकेदार कंपनी के लोग हों या पीडब्लूडी के अधिकारी हों, सभी लोगों ने मिलकर बंदरबांट की है. जिसके चलते वे जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे'.
व्हाइट टाइगर सफारी सड़क मार्ग के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार, EOW ने शुरू की जांच - रीवा से तमरा मार्ग
रीवा शहर से व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर जाने वाली सड़क के निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. EOW ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है.
![व्हाइट टाइगर सफारी सड़क मार्ग के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार, EOW ने शुरू की जांच EOW begins investigation on corruption of White Tiger Safari Road](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-7797405-536-7797405-1593268211757.jpg)
दरअसल, बीते दिनों जनता दल सेक्यूलर के प्रदेश अध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक आर्थिक अपराध शाखा रीवा को एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया था कि, व्हाइट टाइगर सफारी पहुंचने के लिए बनाई गई सड़क में 5 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए EOW ने मामला दर्ज करने के बाद विवेचना के लिए मामले को रीवा वापस भेजा है. जहां उप निरीक्षक आशीष मिश्रा ने शिकायतकर्ता शिव सिंह के बयान दर्ज किए.
शिकायतकर्ता शिव सिंह ने बताया कि, व्हाइट टाइगर सफारी की ओर जाने वाले लिए करीब 12 किलोमीटर (रीवा से तमरा मार्ग) सड़क निर्माण के लिए 9 करोड़ 93 लाख रुपए स्वीकृत किए गए थे. पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने 11 करोड़ 18 लाख 68 हजार लागत खर्च बढ़ाने की अनुशंसा की. जिसके तहत व्हाइट टाइगर सफारी पहुंच मार्ग में लाइटिंग, पुल-पुलिया के निर्माण सहित वृक्षारोपण का भी काम किया जाना था, लेकिन ये राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई. इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर जिला प्रशासन तक की गई, जिसके बाद ठेकेदार कंस्ट्रक्शन कंपनी एवं पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को धारा- 80 जाब्ता दीवानी का नोटिस भेजा गया.