रीवा।केंद्रीय स्कूल के छात्रों ने कुशाभाऊ ठाकरे मूक-बधिर एवं नेत्रहीन विद्यालय के छात्रों से मुलाकात की. इस दौरान खेलकूद के माध्यम से नेत्रहीन छात्रों से भाई चारा स्थापित करने की सराहनीय पहल की. इसका उद्देश्य दिव्यांग लोगों से भेदभाव की भावना दूर कर आपसी समरसता का संदेश देना था. वहीं उनकी जीवनशैली के विषय में छात्रों को जागरूक करना था.
केंद्रीय स्कूल के छात्रों ने दिव्यांग छात्रों से किया मेल-मिलाप, दिया सामाजिक समरसता का संदेश - Reconciliation with Divyang
केंद्रीय स्कूल के छात्रों ने कुशाभाऊ ठाकरे मूक-बधिर एवं नेत्रहीन विद्यालय के छात्रों से मुलाकात की. इस दौरान खेलकूद के माध्यम से नेत्रहीन छात्रों से भाई चारा स्थापित करने की सराहनीय पहल की.
केंद्रीय स्कूल के छात्रों ने दिव्यांगो से किया मेल-मिलाप
आमतौर पर समाज में दिव्यांगों को भेदभाव की भावना से देखा जाता है और उन्हें समाज से अलग रखा जाता है, जबकि वह भी सामान्य लोगों की तरह होते हैं और उन्हें भी प्यार की आवश्यकता होती है. इसी भाव को लेकर केंद्रीय स्कूल के छात्रों ने समाज को एक संदेश दिया है.