रीवा। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आज एक ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीज के भाग जाने का मामला सामने आया है. मरीज सुरेंद्र पाण्डेय फंगस से संकृमित थे, जिन्हें पिछले दिनों पहले उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मरीज पाण्डेय की नाक से फैलकर फंगस उनकी आंखों तक जा पहुचा था. जिसका, उपचार डॉक्टरों की देख रेख में किया जा रहा था.
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से भागा मरीज
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पदस्थ डॉ. सुरेंद्र सिंह का कहना है की सुरेंद्र पाण्डेय (50) चोरगढ़ी रामपुर नैकिन सीधी जिले के निवासी थे. जिन्हें ब्लैक फंगस की बीमारी थी. मरीज को पिछले दिनों अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मरीज के नाक में ब्लैक फंगस का संक्रमण था और बाद में वह संक्रमण नाक से फैलकर आंख की पुतलि तक पहुंच गया.
अस्पताल से लापता मरीज
उन्होंने बताया कि चिकित्सकों के द्वारा उनका इलाज किया जा रहा था. धीरे धीरे उनकी हालत में सुधार भी हो रहा था, लेकिन डॉक्टरों द्वारा जब मरीज सुरेंद्र पाण्डेय से यह कहा गया की उनके नाक के अंदर ब्लैक फंगस का जो संक्रमण है उसे सर्जरी करके बाहर निकाला जा सकता है, जिससे वह जल्द स्वस्थ भी हो सकते है. लेकिन मरीज के परिजन उन्हें लेकर अचानक लापता हो गए जिनका पता अब तक नहीं लग पाया है.
क्या है ब्लैक फंगस
म्यूकोरमाइकोसिस शरीर में बहुत तेजी से फैलने वाला एक तरह का फंगल इंफेक्शन है. इसे ब्लैक फंगस भी कहा जाता है. म्यूकोरमाइकोसिस इंफेक्शन या ब्लैक फंगस मरीज के दिमाग, फेफड़े या फिर स्किन पर भी अटैक कर सकता है. इस बीमारी से मरीज के आंखों की रोशनी भी चली जाती है. वहीं कुछ मरीजों के जबड़े और नाक की हड्डी गल जाती है. अगर समय रहते इसे कंट्रोल न किया गया, तो इससे मरीज की मौत भी हो सकती है. शायद इसी डर से आज एक 50 वर्षिय ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीज सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से भाग गया.