रीवा। केंद्रीय जेल रीवा से स्वतंत्रता दिवस के अवसर 25 कैदियों को रिहा किया गया. अच्छे आचरण के चलते इन कैदियों को रिहा किया गया. जेल से रिहा किए गए कैदी खुशी-खुशी अपने घर को रवाना हुए. जेल प्रबंधन ने कैदियों के जिलों के कलेक्टर और सीईओ को पत्र लिखकर इनके जीवन यापन की व्यवस्था कराने की बात भी कही.
रीवा जेल से 25 कैदियों को किया गया रिहा
स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर रीवा केन्द्रीय जेल से 25 कैदियों को रिहा किया गया. जेल में अच्छा स्वभाव रखने वाले कैदियों को हर साल स्वतंत्रा दिवस और गणतंत्र दिवस के मौके पर जेल से रिहा किया जाता है. इस साल भी इस तरह का आयोजन किया गया. जेल से बाहर आने के बाद कैदियों का उत्साह नजर आया. जीवन में कुछ अच्छा करने और फिर से अपराध न करने की भावना लेकर कैदी अपने घरों को रवाना हुए.
25 कैदियों को किया गया रिहा जीवन में कुछ करने की प्रेरणा लेकर रिहा हुआ युवा कैदी
इन 25 कैदियों में कुछ कैदी ऐसे भी थे जो घर न होने की बात करते हुए घर जाने से इनकार कर रहे थे, इसलिए उन्हें पुलिस विभाग को सौंप दिया गया. इन 25 कैदियों में 38 साल का एक कैदी भी रिहा किया गया. जेल से रिहा हुए इस कैदी ने बताया कि "हत्या के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद मैं जेल में बंद था. मैंने हत्या नहीं की थी लेकिन यह मैं न्यायालय में सिद्ध नहीं कर पाया था." हालांकि यह कैदी नई ऊर्जा के साथ और जीवन में कुछ कर दिखाने की प्रेरणा लेकर जेल से रिहा हुआ.
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रिहा हुए कैदियों के भविष्य को लेकर की गई चर्चा
कैदियों को रिहा करने के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए जेल अधीक्षक रविशंकर सिंह ने बताया कि "जेल में अच्छा स्वभाव रखने वाले और आजीवन कारावास की सजा काटने वाले कैदियों को हर वर्ष 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन रिहा किया जाता है. जिसके तहत रीवा जेल से 25 कैदियों की रिहाई की गई है. इन कैदियों के बेहतर भविष्य के लिए उनके जिले के कलेक्टर से चर्चा भी की गई है."