रतलाम। इंदौर में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत के बाद शव को रतलाम में चोरी-छिपे लाकर दफनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसके बाद रतलाम शहर में हड़कंप मचा हुआ है. रतलाम के लोहार रोड और हरदेव लाला की पिपली क्षेत्रों को पूरी तरह से सील कर डोर टू डोर लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है.
इस लापरवाही का कौन जिम्मेदार ? परिजनों ने चोरी-छिपे दफनाया कोरोना पॉजिटिव मरीज का शव - इंदौर कोरोना न्यूज
इंदौर में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत के बाद शव को रतलाम में चोरी-छिपे लाकर दफनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसके बाद रतलाम शहर में हड़कंप मचा हुआ है. रतलाम के लोहार रोड और हरदेव लाला की पिपली क्षेत्रों को पूरी तरह से सील कर डोर टू डोर लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है.
![इस लापरवाही का कौन जिम्मेदार ? परिजनों ने चोरी-छिपे दफनाया कोरोना पॉजिटिव मरीज का शव Who is responsible](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-6712473-thumbnail-3x2-i.jpg)
दरअसल इंदौर के स्नेहलतागंज में रहने वाले 60 वर्षीय व्यक्ति मोहम्मद कादरी की 4 अप्रैल को इंदौर के एमवाय अस्पताल में मौत हो गई थी, जिसके बाद मृतक के परिजनों ने शव को चोरी-छिपे रतलाम लाकर दफना दिया. वहीं मृतक की कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम रतलाम के हरदेव लाला की स्थिति और लोहार रोड को सील कर मृतक के 9 परिजनों को क्वॉरेंटाइन वार्ड में भर्ती किया गया है.
लिहाजा इस मामले में इंदौर के एमवाय अस्पताल प्रबंधन की गंभीर लापरवाही सामने आई है, जहां 4 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव मरीज की मृत्यु के बाद उसका शव परिजनों को सौंप दिया. वहीं बड़ा सवाल ये भी है कि रतलाम जिले की सीमाएं सील होने के बावजूद कैसे मृतक के परिजन शव को लेकर रतलाम शहर में पहुंच गए.