रतलाम। माणक चौक स्थित महालक्ष्मी मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी बड़ी कुबेर का खजाना सज गया है. लोगों ने लाखों रुपए कि नोटों की गड्डियां और सोने चांदी की ज्वैलरी महालक्ष्मी के श्रृंगार के लिए जमा करवाई है. मान्यता है कि महालक्ष्मी के श्रृंगार के लिए धनराशि जमा कराने से संपत्ति में इजाफा होता है.
रतलाम के महालक्ष्मी मंदिर में सजा कुबेर का खजाना, जिसे देखने के लिए उमड़ी लोगों की भीड़ - रतलाम
रतलाम के माणक चौक में स्थित महालक्ष्मी मंदिर में कुबेर का खजाना सज गया है, जिसके लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां धनराशि और ज्वेलरी सजावट के लिए जमा करते हैं. वही इस मंदिर कि मान्यता है कि यहां महालक्ष्मी के श्रृंगार के लिए दिए जाने वाली धनराशि और संपत्ति में वृद्धि होती है.
महालक्ष्मी मंदिर में लंबे समये से गहने और राशि चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है. मंदिर की प्रसिद्धि से प्रभावित होकर गुजरात और मुंबई से भी श्रद्धालु यहां चढ़ावा चढ़ाने के लिए पहुंचते है. जो राशि दी जाती है उसे दीपावली के पांचवे दिन वापस श्रद्धालुओं को लौटा दिया जाता है. धनतेरस के दिन से शुरू हुआ धन जमा करने का ये सिलसिला दिवाली तक यूं ही जारी रहेगा.
दिवाली के दिन तक करोड़ों रुपए माता लक्ष्मी के मंदिर में चढाए जाते हैं. करोड़ों रुपए की संपत्ति की सुरक्षा के लिए पुलिस और प्रशासन के भी पुख्ता इंतजाम होते हैं. सीसीटीवी कैमरे की मदद से निगरानी भी की जाती है.