रतलाम। प्रदेश सरकार ने येलो मोजेक और अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का सर्वे करने के आदेश जारी कर दिए हैं, जिसके बाद आलोट क्षेत्र में सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है. रविवार को क्षेत्रीय पटवारी महेंद्र वाडिया, पटवारी स्वपनिल बिड़वाल, लोकेंद्र शर्मा द्वारा गांव-गांव जाकर खराब हुई फसलों का सर्वे काम किया गया. क्षेत्रीय पटवारी स्वपनिल द्वारा शनिवार को गांव भोजाखेड़ी में किसानों के खेत पर खराब हुई सोयाबीन फसलों का सर्वे किया गया.
रतलाम: येलो मोजेक से बर्बाद हई फसलों के सर्वे का काम शुरू - येलो मोजेक बीमारी
येलो मोजेक वायरस से खेतों में हुए फसलों के नुकसान का सर्वे करने शनिवार को राजस्व विभाग का दल आलोट क्षेत्र के गांवों में पहुंचा. पढ़िए पूरी खबर..
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बता दें कि इस बार मध्यप्रदेश के कई जिलों में फसलों को पीलिया रोग लग गया है. इससे फसल की फलियां पूरी तरह से खत्म हो गई हैं. फलियों को तोड़कर देखें तो उनमें जीरे और अजवाइन के आकार के उड़द के दाने दिखाई दे रहे हैं, यही हाल सोयाबीन और दूसरी फसलों का हुआ है. ऐसे में सरकार ने फसलों के सर्वे करने के आदेश जारी किए थे.