रतलाम। नगर निगम के जिम्मेदार भले ही शहर को आवारा पशुओं से मुक्त कराने का दावा करते हो, लेकिन हकीकत में रतलाम की सड़कों पर आवारा पशुओं का कब्जा नजर आ रहा है. जिसकी वजह से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. कुछ ही दिन पहले हुए हादसे में तीन लोग अपनी जान गवा चुके हैं. बावजूद इसके नगर निगम आवारा पशुओं को पकड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है. निगम के अधिकारी आवारा जानवरों को पकड़ने और उन्हें शिफ्ट करने की महज खानापूर्ति करते नजर आते हैं.
सड़कों पर आवारा पशुओं का कब्जा, प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान - रतलाम
रतलाम की सड़कों पर आवारा पशुओं ने अपना कब्जा जमा लिया है, जिसकी वजह से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. जिला प्रशासन सब कुछ देक कर भी अनजान बना हुआ है.
सड़कों पर आवारा पशुओं का कब्जा
दरअसल रतलाम शहर के सभी प्रमुख मार्गों पर दर्जनों आवारा पशु घूम रहे हैं. आवारा पशुओं की संख्या कम होने की बजाय लगातार बढ़ रही है. निगम के स्वास्थ्य विभाग प्रभारी एपी सिंह का दावा है कि, आवारा पशुओं को हटाने के लिए हर दिन कार्रवाई की जा रही है. पिछले दिनों शहर से 72 आवारा पशुओं को पकड़कर रावटी क्षेत्र के भूमिहीन किसानों को दिया गया. भगत पशु तबेला पर भी निगम की कार्रवाई की गई है.