रतलाम। जिले के पुरातत्व संग्रहालय में रखी मूर्तियां और शिलालेख 2 साल से ताले में बंद है. 10वीं,11वीं और 12वीं शताब्दी की पुरातात्विक महत्व की बेशकीमती मूर्तियां यहां कबाड़ के बीच रखी हुई हैं, जिन पर न तो स्थानीय प्रशासन का ध्यान है और न ही पुरातत्व विभाग का.
दो साल से कबाड़ में धूल खा रहीं 10वीं शताब्दी की मूर्तियां, बेसुध प्रशासन को नहीं कोई चिंता
रतलाम के गुलाब चक्कर स्थित पुरातत्व संग्रहालय प्रशासन की अनदेखी के चलते कबाड़खाने मे तब्दील हो चुका है, इस संग्रहालय में पिछले 2 साल से ताला लगा है और इसमें रखीं 10वीं ,11वीं और 12वीं शताब्दी की मूर्तियां धूल खा रही हैं.
रतलाम जिले के अलग-अलग जगह से खुदाई में मिली 10वीं ,11वीं और 12वीं शताब्दी की मूर्तियां और शिलालेखों को रतलाम के गुलाब चक्कर स्थित संग्रहालय में रखा गया था. लेकिन प्रशासन की अनदेखी के चलते जिले का एकमात्र संग्रहालय अब कबाड़ खाने में तब्दील हो चुका है, यहां पिछले 2 साल से संग्रहालय पर ताला लगा हुआ है.
संग्रहालय की बदहाली का मामला जिला प्रशासन के अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया है, जिसके बाद अधिकारियों का कहना है कि संग्रहालय के ताले खुलवाकर स्थिति को सुधारा जाएगा.