रतलाम/अनंतपुर। आंध्रप्रदेश के अनंतपुर जिले में फंसे रतलाम के मजदूरों ने उरावकोंडा तहसीलदार कार्यालय में पहुंचकर तहसीलदार से उन्हें अपने घर भेजने की गुहार लगाई. उन्होंने बताया की वह तीन महीने पहले ही शहर में श्मशान की दीवार के निर्माण के लिए आए थे, लेकिन अचानक लगे लॉकडाउन के कारण यहां फंस गए हैं. लॉकडाउन के कारण काम बंद होने से उनके पास खाने का संकट का आ गया है, जिससे छोटे बच्चे भी भूख से परेशान हैं.
आंध्रप्रदेश के उरावकोंडा में फंसे रतलाम के मजदूर, घर भेजने की लगाई गुहार - आंध्र प्रदेश में फंसे रतलाम के मजूदर
आंध्रप्रदेश के अनंतपुर जिले में फंसे रतलाम के मजदूरों ने उरावकोंडा तहसीलदार कार्यालय में पहुंचकर तहसीलदार से उन्हें अपने घर भेजने की गुहार लगाई.
मजदूरों ने बताया की उनके साथ के ज्यादातर लोग प्रदेश वापस जा चुके हैं. उन्होंने बताया की वे कुछ दिन पहले घर वापसी के लिए ऑनलाइन आवेदन किए थे, पर उन्हें अभी तक परमिशन नहीं मिल पाई और न ही लोकल एडमिनिस्ट्रेशन उन्हें भेजने के लिए कोई प्रयास कर रहा है.मजदूरों ने कहा की यदि यही स्थिति बनी रही, तो वे पैदल ही अपने राज्य लौट जाएंगे. क्योंकि यहां भूखे रहने से पैदल जाना ही बेहतर है.
हलांकि उरावकोंडा तहसीलदार ने मजदूरों को समझाया और अपने खर्च पर 30 लोगों को एक सप्ताह के लिए जरूरी सामान दिया. तहसीलदार ने बताया की उन्होंने प्रवासी मजदूरों की सूची कलेक्टर को भेजी है, जिससे उन्हें उनके घर भेजा जा सके. साथ ही इस संबंध में मध्यप्रदेश के अधिकारियों से बात की जा रही है. अनंतपुर या रेनिगुन्टा से एक श्रमिक ट्रेन चलाए जाने की बात चल रही है, जैसे ही यह निश्चित होता है मजदूरों को भेज दिया जाएगा.