रतलाम। रतलाम कृषि उपज मंडी में एक हफ्ते से व्यापारियों और कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल चल रही है. जिससे नाराज किसानों ने चरणबद्ध आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है. हड़ताल की वजह से किसान अपनी उपज कृषि उपज मंडी में नहीं बेच पा रहे हैं. जिसकी वजह से किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. युवा किसान संगठन के प्रतिनिधियों ने सोमवार को कलेक्टर से मुलाकात कर किसानों की समस्या के बारे में जानकारी दी और मंडी में फसलों की नीलामी जल्द से जल्द शुरू करवाने की मांग की. वहीं किसानों ने आगामी एक-दो दिनों में मंडी शुरू नहीं होने की स्थिति में शहर में दूध और सब्जियों की सप्लाई बंद करने की चेतावनी दी है.
रतलाम कृषि उपज मंडी की हड़ताल से किसानों को हो रहा नुकसान, दूध और सब्जी की सप्लाई रोकने की दी चेतावनी - रतलाम कृषि उपज मंडी
रतलाम में व्यापारियों और कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल चल रही है. जिससे नाराज किसानों ने चरणबद्ध आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है. हड़ताल की वजह से किसान अपनी उपज कृषि उपज मंडी में नहीं बेच पा रहे हैं. जिसकी वजह से किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. किसानों ने चेतावनी दी है कि, यदि मंडी जल्द शुरू नहीं हुई, तो किसान दूध और सब्जियों की सप्लाई रोक देंगे.
दरअसल सितंबर के महीने में कृषि उपज मंडी में बारिश, शासकीय अवकाश और व्यापारी-कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से महज 5-6 दिन ही कामकाज हो सका है. जिसके बाद 26 सितंबर से अब तक कृषि उपज मंडी अनिश्चितकाल के लिए बंद है. फसल नहीं बेच पाने की वजह से किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है और अपनी फसल को औने- पौने दामों पर बेचने को मजबूर हैं. इससे नाराज किसानों ने अब चरणबद्ध आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
युवा किसान संगठन के नेतृत्व में किए जाने वाले इस आंदोलन के पूर्व प्रतिनिधियों ने कलेक्टर से मुलाकात कर किसानों की समस्या से उन्हें अवगत कराया और कृषि उपज मंडी में वैकल्पिक व्यवस्था शुरू करने की मांग की है. हालांकि कलेक्टर गोपाल चंद्र डांड ने व्यापारियों से वैकल्पिक व्यवस्था के लिए चर्चा कर समाधान करने का आश्वासन जरूर दिया है, लेकिन किसानों ने शहर में दूध और सब्जी की सप्लाई रोकने की बात भी कही है. बहरहाल प्रशासन कृषि उपज मंडी में व्यवसाय शुरू करवाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था शुरू करवाने पर विचार कर रहा है. वहीं मंडी शुरू नहीं होने की स्थिति में शहर में दूध और सब्जियों की सप्लाई कम होने के संकेत मिलना शुरू हो गए हैं.