रतलाम।जिले के शासकीय स्कूल में वीर सावरकर के कवर वाली कॉपी बांटने के मामले में प्राचार्य के निलंबन के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. रतलाम के मलवासा गांव के शासकीय स्कूल में 4 नवंबर के दिन बीजेपी एनजीओ प्रकोष्ठ द्वारा वीर सावरकर के फोटो और जीवन परिचय छपी कॉपियां वितरित की गई थीं, जिसके बाद शिकायत होने पर उज्जैन संभाग आयुक्त ने शासकीय स्कूल के प्राचार्य आरएन केरावत को निलंबित कर दिया. कार्रवाई के बाद कर्मचारी संगठनों और बीजेपी नेताओं ने इस कार्रवाई की निंदा करते हुए निलंबन वापस लेने की मांग की है. वहीं बीजेपी एनजीओ प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने निलंबन वापस नहीं किए जाने पर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है.
सावरकर के कवर पेज वाली कॉपी वितरण मामले ने पकड़ा तूल, बीजेपी ने दी आंदोलन की चेतावनी
रतलाम के सरकारी स्कूल में वीर सावरकर के कवर वाली कॉपी बांटने के मामले में प्राचार्य के निलंबन के बाद राजनीति गरमा रही है. कर्मचारी संगठनों और बीजेपी नेताओं ने इस कार्रवाई की निंदा करते हुए निलंबन वापस लेने की मांग की है.
दरअसल, नवंबर 2019 में बीजेपी एनजीओ प्रकोष्ठ द्वारा वीर सावरकर के फोटो और जीवन परिचय छपी कॉपियां शासकीय स्कूल के छात्रों को वितरित की गई थीं, जिसके बाद शिकायत होने पर उज्जैन संभाग आयुक्त ने शासकीय स्कूल के प्राचार्य आरएन केरावत को निलंबित कर दिया है, जिसके बाद कर्मचारी संगठनों और बीजेपी नेताओं ने इस कार्रवाई की निंदा करते हुए निलंबन वापस लेने की मांग की है. बीजेपी एनजीओ प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने निलंबन वापस नहीं किए जाने पर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है.
बहरहाल, इस मामले में प्राचार्य के निलंबन के बाद कर्मचारी संगठनों में भी नाराजगी है, वहीं बीजेपी एनजीओ प्रकोष्ठ के नेताओं ने भी राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक को निलंबन के मुद्दे पर प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन करने की बात कही है.