रतलाम।जिले के अफीम उत्पादन करने वाले किसानों की अफीम की तौल 6 मई से शुरु हो चुकी है. इसके लिए जावरा स्थित नारकोटिक्स कार्यालय पर तुलाई केंद्र बनाया गया है. जहां प्रथम और द्वितीय खंड के किसानों की अफीम को तौला जा रहा है. जिसमें पहले दिन प्रथम खंड के 46 किसानों की अफीम की तौल की गई. जिसके लिए 23 किसानों को सुबह, वहीं 23 किसानों को दोपहर मैसेज करके बुलाया गया था. इसी तरह दूसरे दिन भी दोपहर 1.30 बजे तक 34 किसानों की अफीम तौली जा चुकी है.
दूसरे दिन भी अफीम की तुलाई जारी, कोरोना से सुरक्षा के हैं पुख्ता इंतजाम - अफीम उत्पादन की खरीदी
रतलाम जिले के अफीम उत्पादन करने वाले किसानों की अफीम की तौल दूसरे दिन भी पूरी सुरक्षा के साथ हुई. जिसमें दोपहर 1.30 बजे तक 34 किसानों की अफीम तौली गई है.
नारकोटिक्स इंस्पेक्टर एलके झा ने बताया कि जावरा के पहले एवं दूसरे खण्ड में 6 तहसील शामिल हैं. जिसमें दलौदा, मंदसौर, जावरा, रतलाम तथा पिपलौदा शामिल है. जहां अफीम के करीब 3781 पट्टे हैं. जिनमें से पहले खण्ड के 2516 तथा दूसरे खण्ड के 1265 किसानों का तोल कार्य होगा. झा ने बताया कि तुलाई का काम 6 मई से शुरु हुआ है, जो कि 11 जून तक चलेगा. वहीं लॉकडाउन के कारण इस तोल का कार्य का परिस्थितियों के हिसाब से बढ़ाया भी जा सकता है.
इस दौरान तुलाई केंद्र पर कोरोना से सुरक्षा और किसानों की सुविधा के लिए सारे इंतजाम किये गए हैं. जिसके चलते किसानों की गेट पर ही थर्मल स्केनिंग हो रही है, हाथ सेनिटाइज किए जा रहे हैं. वहीं अंदर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए गोले बनाए गए हैं. जिनमें किसान अपने कंटेनर लेकर बैठे हैं. इसके साथ ही गर्मी से बचाव के लिए न केवल पंडाल बनाया गया है बल्कि ठंडी हवा के लिए कूलर भी लगाए गए हैं. इसके अलावा प्रांगण को पूरी तरह से सेनिटाइज किया गया है. वहीं तौल कार्य में लगे सभी कर्मचारी भी फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए तौल कार्य कर रहे हैं.