रतलाम। रतलाम जिले के जावरा में गोगा नवमी का पर्व हर साल बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. लेकिन इस साल कोरोना के खतरे को देखते हुए शहर में सादगी के गोगा नवमी सादगी के साथ मनाई गई.
सादगी से मनाई गई गोगा नवमी, मोहल्ले तक सीमित रहा छड़ियों का जुलूस
रतलाम जिले के जावरा में कोरोना काल के चलते गोगा नवमी के पर्व बड़ी ही सादगी के साथ मनाया गया. जहां ना तो कोई सजावट की गई और ना ही छड़ियों का जुलूस निकाला गया. पूरे शहर में भ्रमण करने वाला जुलूस मोहल्लों तक ही सीमित रहा.
गोगा नवमी के पर्व पर शहर में विभिन्न हिस्सों से रंग बिरंगी छड़ियों का जुलूस शहर के प्रमुख घंटाघर चौराहे पर एकत्रित होकर देर रात तक पूरे बाजार में घूमकर हाथीखाना स्थित गोगादेव मेढ़ी पर जाकर समाप्त होता है, जहां आरती के साथ छड़ियों का समापन होता है. लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते जिला स्तर पर जारी प्रतिबंधों के तहत गोगा नवमी का पर्व फीका रहा. छड़ियों का जुलूस भी नहीं निकल सका. छड़ियों पर इस बार ना तो विद्युत सज्जा की गई और ना ही किसी प्रकार की अन्य सजावट भी नहीं की जा सकी.
गोगानवमी के दिन सुबह से ही जुलूस की तैयारी कर ली थी, लेकिन स्थानीय प्रशासन की समझाइश के बाद समाजजन माने और अपने-अपने मोहल्लों में ही गोगा नवमी का पर्व मनाया और छड़ियों को मोहल्लों तक ही सीमित रखा.