रतलाम।आलोट में 26 जुलाई को सहारा इंडिया कंपनी के प्रमुख सुब्रत राय समेत 7 लोगों पर FIR की गई थी. इस मामले में अब तक पुलिस की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. इस मामले में कई फरियादी पुलिस पर खाना पूर्ति करने का आरोप लगा रहे हैं. इन लोगों का आरोप है कि मामला दर्ज किए एक हफ्ता हो गया है, लेकिन किसी की गिरफ्तारी तक नहीं हुई है.
क्या है पूरा मामला ?
रतलाम के आलोट में सहारा कंपनी के प्रमुख सुब्रत राय समेत 7 लोगों पर FIR दर्ज की गई थी. सहारा इंडिया कंपनी में एफडी के रूप में 3 लाख रुपए इनवेस्ट करने के वाले बंकट सेठिया ने पैसे वापस नहीं मिलने पर FIR करवाई थी. इस मामले में फरियादी ने सहारा इंडिया प्रमुख सुब्रत राय समेत कंपनी के अलग-अलग स्तर के 7 अधिकारियों पर FIR दर्ज करवाई थी.
3 लाख की एफडी करवाई थी
फरियादी के वकील ने बताया कि 2012 में उन्होंने सहारा क्यू शॉप स्कीम के तहत 3 लाख की एफडी करवाई थी. एफडी की अवधि पूरी होने के बाद भी उन्हें आज तक राशि नहीं मिली. इस मामले में फरियादी बंकट जब सहारा इंडिया की शाखा में पहुंचे, तो शाखा प्रबंधक राशि वापस देने में असमर्थता जाहिर की. इसके बाद फरियादी बंकट ने सहारा प्रमुख समेत 7 लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज करवाया है.
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2018 में हो चुकी है कार्रवाई
दरअसल इससे पहले साल 2018 में भी आलोट में सहारा इंडिया के कई निवेशकों ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई थी. उस समय आलोट के तत्कालीन एसडीओपी प्रदीप विश्वकर्मा ने रातों-रात आलोट में सहारा इंडिया के ऑफिस को सील कर कम्प्यूटर, हार्ड डिस्क और अन्य उपकरण जब्त किए थे. बताया जाता है कि उस समय भी सुब्रत राय सहारा और स्थानीय ब्रांच के तत्कालीन अधिकारियों पर प्रकरण दर्ज किए गए थे. आरोप यह भी है कि उस समय राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण मामले को दबा दिया गया था.