रतलाम। बाढ़ से प्रभावित मंदसौर और नीमच जिले के दौरे से लौटते वक्त पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जावरा के पास माननखेड़ा गांव में रुके. उन्होंने वहां मौजूद ग्रामीणों और बीजेपी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. जावरा क्षेत्र में अतिवृष्टि के कारण नष्ट हुई फसलों को देखने के बाद किसानों को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि अतिवृष्टि से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. जिससे अन्नदाता की स्थिति खराब हो गई है.
बिजली बिल माफ करे सरकार, गरीबों को दे तत्काल राहत राशि- शिवराज सिंह चौहान
बहरहाल बाढ़ से प्रभावित जिलों में अब कांग्रेस और भाजपा के बड़े नेताओं के बीच राजनीतिक रस्साकशी भी शुरू हो चुकी है. मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री और रतलाम जिले के प्रभारी मंत्री सचिन यादव भी बुधवार को रतलाम जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने के लिए पहुंच रहे हैं.
दरअसल, मंदसौर और नीमच जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद भोपाल जाते वक्त शिवराज सिंह चौहान का जावरा विधायक डॉ राजेन्द्र पांडेय और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मानन खेड़ा गांव में स्वागत किया और अतिवृष्टि से हुए नुकसान से अवगत करवाया. जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने वहां मौजूद ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कहा कि राज्य सरकार को किसानों का कर्जा ओर बिजली बिल तत्काल माफ करना चाहिए और गरीबों को खाने पीने के लिए तत्कालिक राहत राशि देना चाहिए.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार को खराब हुई फसलों का जल्दी सर्वे कर किसानों को मुआवजा देना चाहिए. जब फसलें खराब हो गई तो किसानों के पास बिजली के बिल भरने के लिए पैसा नहीं है. ऐसे में सभी बिजली बिल माफ होना चाहिए.वहीं बाढ़ से प्रभावित गांव में लोगों को तात्कालिक राहत भी दी जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर सरकार यह नहीं करती है तो हम 21 तारीख को मन्दसौर में किसानों के साथ मिलकर शांति पूर्ण आंदोलन करेंगे. लगभग आधे घण्टे रुकने के बाद शिवराजसिंह बड़ावदा के लिए रवाना हुए.